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15 दिनों में ठेकेदार ने नहीं बनाई वैकल्पिक व्यवस्था तो होगा जनआंदोलन

बालाघाट महाकौशल। कहते हैं ना कि ‘सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का’ यह कहावट टेकाड़ी सर्राटी जलाशय लाइनिंग कार्य के ठेकेदार पर चरितार्थ हो
रही है, और क्षेत्र में लापरवाही बरती जा रही हैं। क्षेत्रीय किसानों में यह बात आम हो गई है कि ठेकेदार द्वारा मनमानी करते हुए गुणवत्ताहिन लाइनिंग का कार्य किया जा रहा हैं। हम बात कर रहे हैं बीते लंबे समय से क्षेत्रीय किसानों के द्वारा नहर लाइनिंग कार्य की मांग को लेकर अनेकों आंदोलन व धरना प्रदर्शन भी किया गया कई साल बीत जाने के बाद बमुश्किल किसानों की मेहनत रंग लाई और नहर लाइनिंग कार्य के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा करोड़ों रुपए स्वीकृत किये गये ताकि अंतिम छोर के किसानों के खेत तक सुलभता से पानी पहुंच सकें। लेकिन किसानों की मेहनत से स्वीकृत हुए करोड़ो रुपयें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते नजर आ रहे है और वर्तमान परिदृश्य में ठेकेदार द्वारा किए जा रहे कार्य को देखकर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें आसानी से देखी जा सकती हैं। क्षेत्रीय चिंतित व भयभीत सैकड़ों किसानों द्वारा 5 जुलाई को ग्राम बल्हारपुर में एकत्रित होकर जिला पंचायत सदस्य डूलेन्द्र ठाकरे, जिला कांग्रेस कमेटी महासचिव बालकृष्ण बिसेन बाला भैया, ग्राम पंचायत कामथी सरपंच साहेबलाल देशमुख, बल्हारपुर सरपंच सेवन काटेकर, स्थाई पटेल ओमप्रकाश शर्मा के साथ खमरिया व बकोड़ा माइनर का निरिक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान सैकड़ों कृषकों व उपस्थित
जनप्रतिनिधियों ने पाया की लाइनिंग कार्य के ठेकेदार द्वारा जंगल से निकलने वाले अंग्रेजो के जमाने के नालों के पुलों कैनालों को तोड़ दिया गया हैं जिससे नहर का पानी आगे न जाकर अनावश्यक नाले में बह रहा हैं जिससे खरीफ की मुख्य फसल धान में सिचाई हेतु पर्याप्त पानी नहीं मिल पायेगा जिससे हजारों एकड़ खेती प्रभावित होने का अंदेशा बना हुआ है।
 डूलेन्द्र ठाकरे प्रेस से चर्चा में जिला पंचायत सदस्य डूलेन्द्र ठाकरे ने कहा की हमारे द्वारा आज किसानो के साथ लाइनिंग कार्य का निरीक्षण किया गया जिसमें बकोड़ा माईनर की 5 फाले बनना शेष हैं वह फाले नहीं बनी तो किसानों के खेत में पानी नहीं पहुंच पाएगा वहीं खमरिया माईनर की दो डीसी नाले की तोडक़र हटा दिया यह डीसी का निर्माण नहीं हुआ तो किसानों को खेती में पानी नहीं जा पाएगा। हमारा यही निवेदन है शासन से की अभी वैकल्पिक व्यवस्था संबंधित ठेकेदार के माध्यम से बनाई जायें और आने वाला समय में जिसका सामना हमारे कृषक भाइयों को करना है अभी 15 दिन का समय हैं, ठेकेदार से टेंपरेरी व्यवस्था कराई जाए नहीं तो हमारा समस्त किसान  जनआंदोलन करने बाध्य होगा। किसानों के लिए सरदर्द बनी नहर लाइनिंग कार्य आज लगभग 30 गावों के किसान एकत्रित होकर नहर लाइनिंग कार्य का निरीक्षण किया गया। किसानों के लिए बड़ा ही सर दर्द का विषय है जो ठेकेदार काम करा रहा है वह ठेकेदार का सबसे पहले लाइसेंस निरस्त कर देना चाहिए बड़ा ही घटिया निर्माण कार्य करा रहा हैं जिस स्थान में हम खड़े हैं उस स्थान से नहर का पानी नाले में जायेगा किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंच पायेगा। जबकि हमारे क्षेत्र का किसान सिर्फ और सिर्फ खेती पर निर्भर है किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंच पाएगा तो धान कैसे उगायेगा। इस संबंध में लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ जिलाधीश महोदय के पास किसानों के साथ जाकर मांग की जाएगी कि तत्काल किसानहित में ठेकेदार द्वारा तोड़े गये डीसी पर पाईप लगाकर वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाए ताकि आगामी खरीफ फसल में सिचाई हेतु किसानों को पर्याप्त पानी मिल सकें।