सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन दूसरी बार भाजपा के सिम्बोल में चुनाव तो जीत गए लेकिन ऐसा लगता है कि जब से प्रदेश में मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार बनी उसके बाद से उन्होंने विपक्ष की भूमिका निभाना शुरू कर दिया। मोहन यादव की सरकार बनने के बाद जिस तरह दिनेश राय मुनमुन ने अपनी सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों को घेरना शुरू किया उससे यही लगता है कि शिवराज सिंह चौहान के समर्थक दिनेश राय मुनमुन को मोहन यादव का नेतृत्व रास नहीं आ रहा जिसके कारण वह भाजपा में होने के बावजूद कांग्रेस विधायक की तरह विपक्ष की भूमिका निभा रहे है। वैसे दिनेश राय मुनमुन की तरह ही उनके समर्थक पार्षद भी नगर पालिका परिषद सिवनी में भाजपा की नगर सरकार के समय हुए कामों की फाइल खुलवाने में तुले हुए ताकि कांग्रेस की नगर सरकार को भाजपा को घेरने का मुद्दा मिल सके।
साधारण सम्मिलन में मुनमुन समर्थक भाजपा पार्षदों ने प्रस्ताव पास कराने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका ------
19 जुलाई को सिवनी नगर पालिका परिषद में साधारण सम्मिलन की बैठक रखी गई थी। बताया जाता है कि उक्त बैठक में 09 प्रस्ताव लाए गए थे। सूत्र बताते है कि कांग्रेस की नगर सरकार ने बड़ी ही चालाकी से कुछ ऐसे प्रस्ताव लाए गए थे जो भाजपाइयों को घेरने के लिए था। बताया जाता है कि बैठक से पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष आलोक दुबे ने भाजपा पार्षदों की एक बैठक आयोजित किया था जिसमें भाजपा के पार्षदों के साथ साथ पूर्व अध्यक्ष नरेश दिवाकर,प्रेम तिवारी, महामंत्री अजय डागोरिया , संजू मिश्रा सहित कुछ और भाजपाई शामिल हुए थे। सूत्र बताते है कि बैठक में कुछ प्रस्ताव को पास करने की सहमति बनी थी लेकिन प्रस्ताव क्रमांक 3 नगर पालिका स्वामित्य की दुकान, भवन, कोठा नगर पालिका की बिना अनुमति के निर्माण करने वाले लीज धारकों पर कार्यवाही बावत् विचार एवं निर्णय । प्रस्ताव क्रमांक 04 आरक्षित वर्ग की दुकान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिला, पिछड़ा वर्ग, कोटे की नगर पालिका स्वामित्व की दुकानों पर सामान्य वर्ग के नामांतरण की शिकायत मिलने पर कार्यवाही बावत् विचार एवं निर्णय । एवं प्रस्ताव क्रमांक 05 रानी दुर्गावती वार्ड गंज क्षेत्र में लीज भूमि का वर्ष 2019-20 में त्रुटि वश की गई लीज किराया वृद्धि में सुधार किए जाने सहित कुछ और बिंदुओं को आगामी बैठक के लिए बढ़ाए जाने का निर्णय हुआ था।
पार्टी के निर्देशों को दरकिनार कर राजू यादव और बाबा पांडे ने प्रस्ताव पास कराने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका------
सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन के समर्थक पार्षद राजू यादव व जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अजय बाबा पांडे ने साधारण सम्मिलन में लाए गए प्रस्तावों को पास कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सूत्र बताते है कि जब बैठक शुरू हुई तब भाजपा पार्षद राजू यादव और अजय बाबा पांडे ने भाजपा संगठन की बैठक में तय हुए निर्णय के विपरीत काम करते हुए सारे प्रस्ताव पास करा दिए जो भाजपा संगठन में चर्चा का विषय है कि मुनमुन समर्थक उक्त पार्षद संगठन के साथ है या कांग्रेस के साथ। इस पूरे मामले में अब सबकी नजर जिला भाजपा के अध्यक्ष आलोक दुबे के ऊपर टिकी हुई जिनकी उपस्थिति में साफ निर्देश दिए गए थे कि कौन-कौन से प्रस्ताव अगली बैठक के लिए बढ़ाना है। संगठन की गाईड लाईन को दरकिनार कर पार्षद राजू यादव और अजय बाबा पांडे ने विधायक दिनेश राय मुनमुन की मंशा के अनुसार कांग्रेस के द्वारा लाए गए प्रस्ताव को पास करवा दिया। ऐसे में अध्यक्ष आलोक दुबे पार्टी के आदेशों की अवहेलना करने वाले आदेशों के विरूद्ध कोई कार्यवाही करेंगे या नही इसके ऊपर सबकी निगाहें टिकी हुई है।
अखिलेश खेड़ीकर का पत्ता काटकर बाबा पांडे को बना दिया नगर पालिका में विधायक प्रतिनिधि-------
सिवनी नगर पालिका परिषद में अजय बाबा पांडे किस हैसियत से पहुंचे और उन्होंने प्रस्ताव पर चर्चा किस अधिकार से किया जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि वर्तमान में विपक्ष की भूमिका निभा रहे सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन ने अजय बाबा पांडे को सिवनी नगर पालिका परिषद का विधायक प्रतिनिधि बनाया । जबकि लंबे समय तक सिवनी नगर पालिका परिषद में मुनमुन राय ने अखिलेश खेड़ीकर को अपना प्रतिनिधि बनाया था। प्रश्न यह उठता है कि जब अखिलेश खेड़ीकर विधायक प्रतिनिधि रह चुके है तो फिर दिनेश राय मुनमुन ने अजय बाबा पांडे को विधायक प्रतिनिधि क्यों बनाया? जबकि जिन बिन्दुओं को पास कराने की जिम्मेदारी अजय बाबा पांडे को सौंपी गई थी उक्त बिंदु अखिलेश खेड़ीकर भी पास करा सकते थे। इस मामले में जानकर बताते है कि सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन इस बात को अच्छी तरह से जानते है कि अखिलेश खेड़ीकर की पृष्ठभूमि भाजपाई है और वह अपनी पार्टी के द्वारा तय की गई गाइड लाइन के विरोध में नहीं जाएंगे जबकि अजय बाबा पांडे की राजनीतिक पृष्ठ भूमि विधायक दिनेश राय मुनमुन की तरह ही कांग्रेसी रही है जो विधायक के कट्टर समर्थक हैं और विधायक जैसा चाहेंगे वैसा ही वह करेंगे इसलिए मुनमुन राय ने अखिलेश खेड़ीकर के बजाए बाबा पांडे को तवज्जो देते हुए उन्हें विधायक प्रतिनिधि बनाया जिन्होंने भाजपा के ही पार्षद राजू यादव के साथ मिलकर कांग्रेस को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया ।
सांसद ने पवार समाज के पंकज बिसेन को तो विधायक ने कलार समाज के अखिलेश को हटाया
इसे संयोग ही कहा जायेगा कि बालाघाट की सांसद श्रीमति भारती पारधी ने सिवनी नगर पालिका परिषद में सांसद प्रतिनिधी के रूप में कपिल पांडे को नियुक्त किया है जबकि कपिल पांडे से पहले सांसद प्रतिनिधी पंकज बिसेन हुआ करते थे चूंकि सांसद भारती पारधी और पंकज बिसेन दोनों ही पवार समाज के है और सांसद ने सबसे पहले अपने ही पवार समाज के युवा को हटाकर कपिल पांडे को अपना प्रतिनिधी बनाया। ठीक इसी तरह सिवनी नगर पालिका परिषद में कलार समाज के युवा अखिलेश खेड़ीकर को दिनेश राय मुनमुन ने विधायक प्रतिनिधी बनाया था जिन्होने अचानक अखिलेश खेड़ीकर को हटाकर अजय बाबा पांडे को विधायक प्रतिनिधी बनाया दिया। यहा गौर करने वाली बात यह है कि सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन भी कलार है। इसे संयोग ही कहा जायेगा कि सांसद और विधायक जो प्रतिनिधी बनाये है दोनों ही ब्राम्हण समाज से है।