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पहली बारिश में वही 63 लाख से बनी सीसी रोड

नैनपुर । नगरपालिका नैनपुर के वार्ड क्रमांक 14 में करीब 9 माह पूर्व  63 लाख रूपये से अधिक लागत से फिल्टर प्लांट से स्टांप डेम तक पहुंच मार्ग  टेंडर प्रक्रिया के तहत सीसी रोड का निर्माण कार्य कराया गया था। ठेकेदार के द्वारा उपरोक्त कार्य 13 से 14 प्रतिशत कम दर पर लेकर ऐसा निर्णय कार्य किया गया की  पहली बारिश को भी नहीं झेल पाई  और  40 से 50 मीटर सेमेंट सड़क टुकड़ों टुकड़ों में बट गई ।   ज्ञात हो नगरपालिका नैनपुर में  गत पांच वर्षों से कम दर पर निर्माण कार्य लेकर बाहरी क्षेत्रों व जिले के बाहर से आए ठेकेदारों  के द्वारा नगर में घटिया से घटिया गुणवत्ता हीन कार्य  किया जाता आ रहा है। जिसका खामियाजा नगर के वार्डों  की जनता भुगत रही है।  नैनपुर नगर पालिका में एक नहीं अनेक ठेकेदार मंडला, बम्हनी, विछिया, सिवनी, जबलपुर , सहडोल  सहित अन्य नगरों से  टेंडर प्रक्रिया में भाग लेकर कम दर पर रेट  डालकर गुणवत्ता हीन कार्य कर भुगतान लेकर  रफूचक्कर  हो रहे हैं। निर्माण कार्य की गुणवत्ता कुछ माह बाद  जब नगरपालिका को दिखाई देती है तब तक अपना सारा भुगतान  प्राप्त  कर  ठेकेदार लापता हो चुके होते हैं और दोबारा नैनपुर नगरपालिका  में टेंडर नहीं डालते  हैं ऐसे एक नहीं अनेक ठेकेदार हैं जो ऐसा कर चुके हैं। 

 जिसकी बानगी नगर के वार्ड क्रमांक 14 में निर्मित सड़क आज खुली आंखों दिखाई दे रही। प्राप्त जानकारी अनुसार  पूर्व परिषद नगरपालिका परिषद के द्वारा  वार्ड क्रमांक 14 में एक समुदायिक भवन एवं फिल्टर प्लांट से होते हुए स्टांप टेम तक सीसी रोड का निर्माण करने 1 करोड़ 53 लाख रूपये का स्टीमेट तैयार कर स्वीकृत पश्चात ई-टेंडर के माध्यम से ठेकेदार प्रीतेश पटेल विछिया जिला मंडला को कार्यादेश जारी किया गया था उपरोक्त कार्य ठेकेदार ने 13 से 14 प्रति कम दर पर लेकर कार्य प्रारंभ किया परंतु ठेकेदार के द्वारा सम्पूर्ण सीसी रोड निर्माण कार्य  में जीएसबी नहीं की गई जिससे आज सीसी रोड पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त होकर  टुकड़ों टुकड़ों में तब्दील हो गई जिसका प्रमाण छुपाने ठेकेदार के द्वारा 29 मई 2023 की सुबह  से जेसीबी मशीन लगाकर सड़क के टुकड़ों  को हटाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया । आश्चर्यचकित वार्ड वासियों ने स्थानीय मीडिया कर्मियों को  सूचना दी । इस घटिया गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य में कब कहां किसकी गलती है यह गम्भीर जांच का विषय बना हुआ है। क्या नगरपालिका परिषद इस गम्भीर भ्रष्टाचार युक्त निर्माण कार्य की जांच कराते कार्यवाही करेगी या ठेकेदार की दबंगता के चलते सब कुछ ऐसा ही चलता रहेगा।