मध्यप्रदेश में पदस्थ कई अधिकारियों ने भ्रष्टाचार से अकूत संपत्ति बनाई है जिनमे से एक सागर जिले में पदस्थ खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे भी शामिल है जिनके घर पर आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। शुक्रवार सुबह आठ बजे सेअमरीश दुबे के गोपालगंज थाना क्षेत्र के द्वारका विहार कालोनी में उनके निवास पर कारवाही जारी है। ईओडब्ल्यू के करीब आधा दर्जन कर्मी उनके घर से संपत्ति संबंधी जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। बताया जाता है की अमरीश दुबे सागर में करीब पौने तीन साल से पदस्थ हैं। अमरीश दुबे के जबलपुर और नरसिंहपुर के ठिकानों पर भी ईओडब्लयू की कार्रवाई की गई है। हालांकि अभी तक यह पता नही चल सका की उनके घर में क्या क्या मिला।
ऐसे कितने लोगो के चरण धोकर आरती उतारोगे श्रीमान---- शिवपुरी जिले में भी दलितों के साथ हुई अमानवीयता---जिस युवक के ऊपर भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता ने पेशाब किया था उस युवक के परिवार के लोगो को अपने निवास स्थान पर बुलाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवक के पैर धोए, आरती उतारी, शॉल उड़ाया और तिलक लगाया और कहा की मैं इस घटना से दुखी हूं ,मैं आपसे माफी मांगता हूं ,आप जैसे लोग मेरे लिए भगवान जैसे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित युवक का पैर धोकर पूरा सम्मान किया लेकिन सवाल वही है को कब तक श्रीमान ऐसा सम्मान करते रहेंगे। उनकी पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने के चक्कर में एक मिस्ड काल से सदस्य बना रही है जिसमे यह भी नहीं देखा जाता की मिस्ड काल कर जो लोग उनकी पार्टी की संख्या बढ़ा रहे है उनमें सीधी जिले के प्रवेश शुक्ला जैसे नेता भी जुड़ जाते है जो भाजपा के चाल चरित्र और चेहरे के उद्देश्य को ही बदनाम करते है। इधर शिवपुरी जिले में दलितों के साथ बरती अमानवीयता----- सीधी कांड के बाद अब प्रदेश के शिवपुरी जिले में द्लितो के साथ मामनवीय व्यवहार करने का मामला सामने आया। बताया जाता है की शिवपुरी जिले के नरवर थाना क्षेत्र के वरखाड़ी गांव में लडकियो से छेड़छाड़ और चोरी के शक में अजमत खान,वकील खान,आरिफ खान,शाहिद खान,इस्लाम खान सहित एक महिला ने दो दलित युवकों के साथ मारपीट कर उन्हे जूते चप्पलो का माला डालकर कपड़ों में गंदगी लगाकर जुलूस निकाला गया जिसकी शिकायत मगरौनी चौकी में की गई तब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।इस मामले में भी पुलिस ने आरोपियों के ऊपर एन एस ए की कारवाही करने के निर्देश दिए कुल मिलाकर प्रदेश में इन दिनों अमानवीयता की सारी हदें पार की जा रही है जिन्हे ना तो कानून से डर लगता है और ना ही सत्ता सरकार से।
मध्य प्रदेश के रतलाम में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी ने अपनी ही पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी। पीड़िता का कसूर बस इतना था कि वो अपने पति को गुटखा खाने के लिए पैसे नहीं दे रही थी।मृतका के बेटे की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक महिला के बेटे कमलेश मांजी ने अपनी रिपोर्ट में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि उसके पिता राजकुमार को शराब पीने की लत थी। वह रेलवे से सेवानिवृत्त होने के बाद घर पर ही रहते हैं।
30 जून को हुई वारदातऔद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस के अनुसार, 30 जून की शाम करीब पांच बजे उसके पिता राजकुमार शराब के नशे में घर पहुंचा और अपनी पत्नी के साथ गालीगलौच करने लगा। इस दौरान उसने अपनी पत्नी से गुटखा खाने के लिए पैसे मांगे। जब पत्नी ने पैसे देने से इनकार किया तो उसका पति गुस्से में आ गया और किचन से सब्जी काटने का चाकू लेकर अपनी पत्नी के सीने पर वार करने लगा।
इस बीच पीड़िता महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। शोर सुन पड़ोसी विक्की उर्फ उमेश वर्मा और शुभम की दादी मौके पर पहुंचे और तुरंत सुरभि को रेलवे अस्पताल लेकर पहंचे। ज्यादा खून बहने के कारण अस्पताल में ही महिला की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी राजकुमार को गिरफ्तार करने के बाद घटनास्थल से चाकू बरामद कर लिया है।
गुस्सैल स्वभाव का राजकुमार
औद्योगिक क्षेत्र थाना टीआइ राजेंद्र वर्मा ने बताया कि आरोपी पति राजकुमार काफी गु्स्से वाला था, जिसके कारण घर में विवाद होता रहता था। नशे में आदी आरोपी राजकुमार रेलवे में चीफ टीएनसी के पद से सेवानिवृत्त हुआ था। पत्नी की हत्या के बाद भी आरोपी पति के चेहरे पर कोई भी सिकन नहीं थी। टीआइ ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम शनिवार को कराया जाएगा।