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कैबिनेट में बालाघाट में मेडिकल कालेज खोलने की स्वीकृति

के साथ जिले के विद्यार्थियों के लिए बुधवार को कैबिनेट से बड़ी और खुशखबरी आई है। जिले में लंबे समय से चल आ रही मेडिकल कालेज खोलने की मांग आखिरकार पूरी हो गई है। बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बालाघाट सहित छह जिलों में मेडिकल कालेज बनाने की मांग को हरी झंडी दे दी गई है। छह दिन पहले यानी 22 जून को बालाघाट में गौरव यात्रा के शुभारंभ मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से बालाघाट में सितंबर में मेडिकल कालेज का भूमि पूजन करने की घोषणा की थी, जो कैबिनेट का फैसला आने के बाद सच साबित हो रहा है।

मेडिकल महाविद्यालय में 100-100 सीट एमबीबीएस की रहेंगी


बालाघाट, खरगोन, धार, भिंड, टीकमगढ़ और सीधी में खुलने वाले मेडिकल महाविद्यालय में 100-100 सीट एमबीबीएस की रहेंगी। भाजपा की सरकार आने से पहले प्रदेश में कुल पांच मेडिकल कालेज हुआ करते थे। बता दें कि बालाघाट में मेडिकल कालेज खोलने काे लेकर अभी तक मुख्यमंत्री से लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियाें द्वारा मंच से महज दावे और वादे किए जा रहे थे, लेकिन बुधवार को कैबिनेट ने इस पर फैसला लेते हुए बालाघाट को बड़ी सौगात मिली है।

विधायक गौरीशंकर बिसेन ने मेडिकल कालेज बनाने की बात कही थी


बता दें कि मार्च में विधायक गौरीशंकर बिसेन ने एक बैठक में शहर के भटेरा अथवा गोंगलई स्थित कृषि उपज मंडी के सामने रिक्त भूमि पर मेडिकल कालेज बनाने की बात कही थी। हालांकि, बालाघाट में मेडिकल कालेज कहां बनाया जाएगा, यह तय नहीं हो पाया है। विधायक बिसेन द्वारा कालेज के लिए भटेरा, गोंगलई और वारासिवनी रोड पर डोंगरिया में कालेज खोलने की बात कही थी।