2018 के चुनाव में अधिकांश एक्जिट पोल पर नहीं लगी थी मुहर,इस चुनाव में भी बताया जा रहा कांटे की टक्कर
सिवनी महाकौशल ---- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम 03 दिसंबर को आएगा। इस बार हुए चुनाव में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस बार 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 75.63 प्रतिशत मतदान हुआ था। आज शाम से ही लोग टी व्ही चैनल के सामने बैठकर एग्जिट पोल देखते रहे। मजे की बात तो यह है की कुछ एग्जिट पोल कांग्रेस के पक्ष में दिखाई दिए तो कुछ भाजपा के पक्ष में। सभी पोल को देखे तो मध्यप्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। हालांकि ऐसा नहीं है की हमेशा एक्जिट पोल सही साबित होते रहे है। 2018 में अधिकांश एक्जिट पोल गलत साबित हुए थे जिनका जिक्र आगे आंकड़ों के साथ किया जा रहा है। 2023 का एग्जिट पोल----- आज विभिन्न चैनलों में एग्जिट पोल दिखाई दे रहे है उनमें *India TV-CNX* के एग्जिट पोल में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। भाजपा को मध्य प्रदेश में 230 में से 140-149 सीटें मिल सकती हैं।
पार्टी सीटें
भाजपा 140-149
कांग्रेस 70-89
अन्य 0-2
*India Today-Axis My India* के एग्जिट पोल में भाजपा को एकतरफा बढ़त
India Today-Axis My India के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में शिवराज का जादू चलता हुआ दिखाई दे रहा है। भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने की संभावना जताई जा रही है । भाजपा को 140-162 सीटें, कांग्रेस को 68-90 सीटें, जबकि अन्य को 0-3 सीटें मिलने का अनुमान है। *TIMES NOW-ETG* के एग्जिट पोल में भाजपा-कांग्रेस के बीच फंसा मुकाबला
TIMES NOW-ETG के एग्जिट पोल में दोनों पार्टियों के बीच कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है।
पार्टी सीटें
भाजपा 105-117
कांग्रेस 109-125
अन्य 1-5। *News24-Chanakya* के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में शिवराज का राज एक बार फिर से स्थापित होता हुआ दिखाई दे रहा है। भाजपा 150 का आंकड़ा पार कर सकती है। एग्जिट पोल में भाजपा को 151 सीटें, कांग्रेस को 74 और अन्य को पांच सीटें मिलने की संभावना है।
पार्टी सीटें
भाजपा 151
कांग्रेस 74
अन्य 5। *
*Matrize* के एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
पार्टी सीटें
भाजपा 118-130
कांग्रेस 97-107
अन्य 0-2। *Jan Ki Baat* एग्जिट पोल में भी कांटे की टक्कर बताई जा रही है
पार्टी सीटें
भाजपा 100-123
कांग्रेस 102-125
अन्य 5। *TV9 भारतवर्ष और पोलस्टार्ट के* एग्जिट पोल में भी मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होते हुए दिखाई दे रही है। एग्जिट पोल में भाजपा को 106-116, कांग्रेस को 111-121 और 0-6 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं। *Republic TV- Matrize* के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही है। भाजपा को 118-130, कांग्रेस को 97-107, जबकि 0-2 सीटें अन्य को मिल सकती है। दैनिक भास्कर के सर्वे में भी कांटे की टक्कर----- देश का एक विश्वसनीय समाचार पत्र दैनिक भास्कर ने भी एग्जिटपोल दिया है। दैनिक भास्कर ने मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 105 से 120 सीट मिलने का अनुमान लगाया है जबकि भाजपा को 95 से 115 सीट मिलने का अनुमान लगाया है यानी की अधिकांश एक्जिट पोल में दोनो पार्टी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। *2018 के चुनाव में कई सर्वे हुए थे गलत साबित।* 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर 2018 को आए थे। नतीजों से पहले
प्रदेश के एग्जिट पोल में अधिकतर एजेंसियों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान जताया था। जिसमे एबीपी-सीएसडीएस ने कांग्रेस को बहुमत दिया था। उक्त एजेंसी ने भाजपा को 94 और कांग्रेस को 126 सीटें दी थीं। वहीं, टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के मुताबिक, भाजपा को 126, कांग्रेस 89 और अन्य को 15 सीटें मिलनी थीं। न्यूज नेशन के अनुसार, भाजपा को 108-112 सीटें, कांग्रेस को 105-109 सीटें और अन्य को 11-15 सीटें मिलनी थीं। न्यूज 24-पेस मीडिया के मुताबिक भाजपा 103 सीटें, कांग्रेस 115 सीटें, अन्य को 10 सीटें मिलनी थीं।
एबीपी-सीएसडीएस
भाजपा 94 सीटें
कांग्रेस 126 सीटें
अन्य 10 सीटें( गलत साबित हुआ था)
टाइम्स नाउ-सीएनएक्स
भाजपा 126 सीटें
कांग्रेस 89 सीटें
अन्य 15 सीटें( गलत साबित हुआ था)
न्यूज नेशन
भाजपा 108-112 सीटें,
कांग्रेस 105-109 सीटें
अन्य 11-15 सीटें ( गलत साबित हुआ था)
न्यूज 24-पेस मीडिया
भाजपा 103 सीटें
कांग्रेस 115 सीटें
अन्य को 10 सीटें ( कुछ हद तक सही साबित हुआ था)
जब 11 दिसंबर 2018 को नतीजे आए तो अधिकांश एक्जिट पोल धरे की धरे रह गए थे। 2018 के परिणाम में भाजपा को 109 सीटें ही मिली थी । दूसरी ओर विपक्ष में रही कांग्रेस ने 114 सीटों पर कब्जा जमाया। इसके अलावा सात सीटों पर अन्य और निर्दलीय प्रत्याशी जीते, जिनके साथ कांग्रेस ने बाद में गठबंधन कर सरकार बनाई थी लेकिन लगभग 15 महीने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। वर्तमान में भी अलग अलग एजेंसी अलग अलग आंकड़े दिखा रही है इन एक्जिट आंकड़ों की क्या विश्वसनीयता है इसका पता तो 3 दिसंबर को ही चलेगा।