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आखिर सिवनी में पुन: पदस्थापना क्यों चाहते हैं डॉ. राजेश श्रीवास्तव सत्तापक्ष के विधायको का विश्वास जीतने कर रहे परिक्रमा

सिवनी महाकौशल। सिवनी जिले में कई ऐसे अधिकारी है जिन्होंने भ्रष्टाचार का कीर्तिमान स्थापित किया है जिनके विरूद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही जिले के जनप्रतिनिधि नहीं कराते। आश्चर्य इस बात का है कि जिले में कई ऐसे अधिकारी है जो चर्चित और विवादित रहे है वह पुन: पदस्थापना के लिए जिले के जनप्रतिनिधियों का विश्वास जीतने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ऐसा ही इन दिनों डॉ. राजेश श्रीवास्तव कर रहे हैं जो लंबे समय तक सिवनी के  प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रहे हैं। लगभग एक महीने पहले उन्हें हटाते हुए शासन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर को पदस्थ कर दिया जिससे आहत होकर डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने एक बार फिर सिवनी का सीएमएचओ बनने के लिए जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया है। सूत्र बताते है कि शीघ्र ही कुछ चिकित्सकों को पदोन्नत करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बनाया जाना है जिसमे डॉ. राजेश श्रीवास्तव का नाम भी बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि राजेश श्रीवास्तव एक बार फिर सिवनी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का पद हथियाना चातहे है जिसके लिए उन्होंने जिले के जनप्रतिनिधियों की परिक्रमा करना भी शुरू कर दिया।
सूत्र तो यह भी बताते हैं कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर की पदस्थापना के बाद से सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ संजय तिवारी सहित नियम विरूद्ध अटैच किये गये अन्य कर्मचारी भी यही प्रार्थना कर रहे हैं कि डॉ. जयपाल सिंह ठाकुर का स्थानांतरण कहीं और हो जाये और उनकी जगह डॉ. राजेश श्रीवास्तव की पुन: पदस्थापना हो जाये।
क्या जिले के जनप्रतिनिधि देंगे संरक्षण
यदि डॉ. राजेश श्रीवास्तव सिवनी में पुन: सीएमएचओ बनकर पहुंचते है तो यह तय है कि उन्हें सिवनी जिले के जनप्रतिनिधियो का संरक्षण है खासकर सत्ता पक्ष के नेताओ का। यदि डॉ. श्रीवास्तव पुन: पदस्थ होते हैं तो जिलेवासियों को यह समझ जाना चाहिए कि जिले के जनप्रतिनिधियों को विवादित और चर्चित अधिकारियों से कभी परहेज नहीं रहा है। देखना यह है कि डॉ. राजेश श्रीवास्तव के ऊपर कौन कौन जनप्रतिनिधि अपनी मेहरबानी दिखाता है।