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अपने पिता की विरासत की तरफ रजनीश का नहीं जा रहा ध्यान

प्रदेश सरकार के द्वारा जल संवर्धन को लेकर अभियान चलाया गया। सिवनी जिले में भी नए बांध और तालाब बनाए जा रहे हैं इतना ही नहीं पुराने जल स्रोतों को संवारने के लिए सरकार के द्वारा कई काम किए जा रहे हैं । ऐसे दौर में  छपारा का एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जो जिम्मेदार अधिकारियों की पोल खोल रहा है। बताया जाता है कि  छपारा नगर  के ललमटिया इलाके  में तत्कालीन पंचायत मंत्री रहते हुए स्वर्गीय हरवंश सिंह के द्वारा मोती नाला में एक डेम बनाया गया था। उक्त डेम से एक नहर छपारा के बीज निगम की भूमि के सिंचित करने के लिए बनाई गई थी। कई वर्षों तक इस नहर से बीज निगम की  कई हेक्टर भूमि सिंचित भी की जाती थी। कुछ समय बाद अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण यह डेम बदहाल हो गया. जिसकी तरफ कभी किसी ने ध्यान नहीं दिया स्थानीय लोगों ने जब इस संबंध में जानकारी दिया तब दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस की  टीम को  मौके पर पहुंची तो देखा  डेम जिस स्थान में  बना है वहां का विहंगम दृश्य नजर आता है लेकिन अब वह अधिकारीयो और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की भेंट  चढ़ गया है। इतना ही नहीं इस डेम तक जाने के लिए जल संसाधन विभाग के द्वारा मार्ग भी बनाया गया था. और सिंचाई के लिए नहर भी बनाई गई थी। उक्त डैम के नजदीक एक कांग्रेस नेता का खेत भी है जिसने उस नहर को पूरी तरह मिटा दिया । यहां तक कि  डैम तक जाने के रास्ते पर भी अतिक्रमण कर लिया है। 

                                          अपने पिता की विरासत को ही नहीं बचा पा रहे रजनीश---- विधायक बनने के बाद से ही ठाकुर रजनीश सिंह का सबसे ज्यादा ध्यान रेत खदान की तरफ है । उन्होंने विज्ञप्ति जारी करते हुए यह भी कहा था कि मैं विधायक हूं और मैं अपनी आंख बंद नहीं कर सकता । लेकिन ठाकुर रजनीश हरवंश सिंह की आंख अपने पिता ठाकुर हरवंश  से के द्वारा ललमटिया क्षेत्र में बनाए गए डैम की तरफ क्यों नहीं खुलती जो अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ चुका है। प्रश्न यह है कि डेम के रस्ते में जिस कांग्रेसी नेता ने कब्जा किया है कही वह नेता ठाकुर रजनीश सिंह का करीबी तो नहीं है। क्योंकि ठाकुर रजनीश सिंह हर उस जगह हाथ नहीं डालते जहां उनके समर्थक जुड़े हुए हो भले ही वह नियम विरुद्ध काम करते हो।