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अवैध रेत परिवहन करने के मामले में एनएसयूआई अध्यक्ष धनंजय संध्या के ऊपर लग चुका है जुर्माना

रेत चोरी के मामले में आरोपी है एनएसयूआई अध्यक्ष धनंजय संध्या
सिवनी जिला कांग्रेस अब अवैध उत्खनन और परिवहन का मुद्दा शायद ही उठा पाए क्योंकि वर्तमान में जिला कांग्रेस ने एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष के पद पर धनंजय संध्या की ताजपोशी कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जो रेत चोरी के मामले में आरोपी है।
सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले में उनके ऊपर लगभग 1 लाख का जुर्माना भी लग चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरई पुलिस  ने 02 मार्च 2020 को पिपरिया के पास रेत से भरा डंफर पकड़ा था जिसमें लगभग 14 घनमीटर रेत भरी थी जिससे संबंधित कोई भी दस्तावेज ड्राइवर नही दिखा पाया था जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में ड्राइवर और डंफर मालिक धनंजय के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया था। इस मामले में कलेक्टर (खनिज शाखा) जिला सिवनी के न्यायालय में प्रकरण चला था। इस मामले में कलेक्टर न्यायालय ने लगभग 01 लाख रू. का अर्थदंड आरोपित किया था। इस बात की जानकारी जिले के प्रभारी गंभीरसिंह चौधरी एवं जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना को भी थी लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
अंशुल अवस्थी ने दिया सभी पदो से स्तीफा
जब सिवनी जिला एनएसयूआई अध्यक्ष के पद पर ऋषभ ठाकुर की ताजपोशी की गई थी तब धनंजय संध्या ने आहत होकर सोशल मीडिया में जातिगत टिप्पणी लिखना शुरू कर दिया था और लिखा था कि-मैं भूल गया था कि मैं पिछड़ा वर्ग से आता हूं और मुझे अध्यक्ष का सपना देखने का अधिकार नहीं। उन्होंने कांग्रेस के कई नेताओं को लेकर भी टिप्पणी किया था लेकिन बाद में जब ऋषभ ठाकुर की नियुक्ति निरस्त करते हुए धनंजय को एनएसयूआई का अध्यक्ष बनाया गया उसके बाद ब्लॉक कांग्रेस बंडोल के कार्यवाहक अध्यक्ष अंशुल अवस्थी ने जिला कांग्रेस के अध्यक्ष को स्तीफा दे दिया। उन्होंने स्तीफे में कहा कि मैं कांग्रेस में इसलिए हूं क्योंकि मैं धर्म और जाति के नाम पर राजनीति का विरोध करता हूं लेकिन धनंजय ने पार्टी में जातिवाद लाया था और दबाव बनाया था जिसके बाद उन्हें एनएसयूआई का अध्यक्ष बना दिया गया जबकि धनंजय के परिवार को लोगो को कांग्रेस ने सिवनी विधानसभा की टिकिट दिया, जिला पंचायत का अध्यक्ष बनाया, जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ाया, जनपद कुरई का अध्यक्ष बनाया। इसके अलावा उन्होंने अपने स्तीफे में और भी कई बातें लिखा था हालांकि अभी तक अंशुल का स्तीफा स्वीकार नहीं हुआ लेकिन धनंजय के एनएसयूआई अध्यक्ष बनने से कांग्रेस के भीतर कई तरह की चर्चाएं चलने लगी है और इसे भविष्य की राजनीति से भी जोडक़र देखा जाने लगा है।