...

बादलपार पुलिस चौकी के जंगल में बैठे जुआफड़ से भागे युवक की मिली लाश

सिवनी महाकौशल। बादलपार पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पोतलई के जंगल में जुआ फड़ जमा हुआ था जिसमें कुरई पुलिस ने धावा बोलते हुए 4 लोगो को पकडक़र उनके पास से लगभग 6340 रू. जप्त किया। उक्त कार्रवाई इसलिए विवादों में आ गई क्योंकि जुआफड़ से भागे एक युवक का शव तीन दिन बाद खेत में मिला जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं चलने लगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरई पुलिस को 07 अगस्त को सूचना मिली थी कि ग्राम पोतलाई के जंगल में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं तब सहायक उपनिरीक्षक अजय सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक महेंद्र, लक्ष्मण, आरक्षक विनोद, आरक्षक बालचंद दो गवाहों को लेकर मौके पर पहुंचे और  घेराबंदी करते हुए चार लोगों को पकड़ लिया जिनमें अनिल पिता शंभू लाल पटेल उम्र 35 साल निवासी मंगलीपेठ सिवनी, हरिओम पिता परसराम सनोडिया उम्र 30 साल  ग्राम मोहगांव थाना लखनवाड़ा ,गोविंद पिता गोपाल प्रसाद गौतम उम्र 47 साल निवासी बारापत्थर सिवनी, जयकुमार पिता लाल सिंह बघेल उम्र 35 साल निवासी द्वारका नगर सिवनी जिनके पास से पुलिस ने 6340 रुपए तथा 52 पास के पत्ते जप्त किया। बताया जाता है कि जब पुलिस रेड करने पहुंची तब पुलिस को देखकर दो लोग जुआ फड़ से भाग गए जिसमें से एक तो घर पहुंच गया था लेकिन एक अन्य गौरीशंकर सनोडिया पिता रूप सिंह सनोडिया निवासी गुंदरई लापता हो गया।
बताया जाता है की जब गौरीशंकर रात भर नही पहुंचा तो परिजन परेशान हो गए और उन्होंने उसे तलाशा लेकिन कहीं पता नही चला तब उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बताया जाता है की 9 अगस्त बुधवार को गौरीशंकर सनोडिय़ा का शव पोतलई में ही एक खेत में दिखाई दिया जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे वही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई जहां शव को बरामद करते हुए मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया गया।
बादलपार पुलिस की भूमिका संदिग्ध
बताया जाता है कि जब से बादलपार पुलिस चौकी में कार्यवाहक उप निरीक्षक प्रदीप शर्मा पदस्थ हुए हैं तब से ही बादलपार क्षेत्र में जुआ और सट्टा जमकर चल रहा है। नए जिला पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह बादलपार थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा की कार्यप्रणाली का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि उनके थाना क्षेत्र में जुआफड़ चल रहा था और उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। मुखबिर ने कुरई पुलिस को जानकारी दिया तब कुरई पुलिस ने भी बादलपार पुलिस को कोई जानकारी नहीं दिया और गुपचुप जुआफड में दबिश दे दिया । जो यह बताने के लिए काफी है कि कुरई पुलिस को भी बादलपार थाना प्रभारी और उनकी टीम के ऊपर विश्वास नहीं था इसलिए कुरई पुलिस ने स्वयं ही जाकर दबिश दे दिया अब जबकि पुलिस की दबिश से डरकर भागे गौरीशंकर सनोडिया का शव मिला है उसके बाद देखना यह है कि इस पूरे मामले को लेकर पुलिस के आला अधिकारी बादलपार पुलिस चौकी एवं कुरई पुलिस की भूमिका की क्या जांच करते हैं।