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भाजपा महिला नेत्री ने अधिवक्ता के चेंबर में घुसकर फाइल फाड़ा

रानी गुर्जर चेंबर में घुसी और फाड़ दिया फाइल
बताया जाता है कि लखनादौन न्यायालय में ममता शर्मा अधिवक्ता के रूप में सेवाएं देती है। गत दिवस जब ममता शर्मा अपने चेंबर में बैठी थी तभी रानी गुर्जर जो अपने आप को भाजपा महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष बताती है वह भीतर घुसी और ममता शर्मा से कहा कि रोटाझील के पास मेरी जमीन है और मै उसमें काम करा रही हूं। उस जमीन पर स्थित मंदिर मैने बंद करा दिया तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरे खिलाफ केस लडऩे की कहते हुए ममता शर्मा के साथ गाली गलौच कर धक्का मारकर नीचे गिरा दिया। बताया जाता है कि ममता शर्मा के पास रखी फाइल भी छुड़ाकर भाजपा नेत्री रानी गुर्जर ने चीरकर फेंक दिया। महिला नेत्री ने ना केवल गाली गलौज किया बल्कि ममता शर्मा को धमकी दिया कि यदि मेरे खिलाफ केस लड़ी तो मैं गुंडों से तेरी इज्जत तक उतरा दूंगी। घटना के बाद महिला अधिवक्ता ममता शर्मा अपने अधिवक्ता साथियों के साथ लखनादौन थाना पहुंची और भाजपा नेत्री के विरुद्ध एफ आईआर दर्ज कराया तब लखनादौन पुलिस ने रानी गुर्जर के विरुद्ध धारा 452 294, 323, 427, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए जांच में ले लिया। रानी गुर्जर के द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी कि जाने के बाद चर्चा चलने लगी कि क्या भारतीय जनता पार्टी में गुंडागर्दी इतनी हावी हो गई है कि अब महिलाएं भी चेंबर में घुसकर अधिवक्ता के साथ गाली गलौच कर मारपीट करने लगे है।
छपारा में कांग्रेस नेता और अधिवक्ता ने पटवारी को पीटा
लखनादौन में भाजपा महिला नेत्री के द्वारा एक महिला अधिवक्ता के चेंबर में घुसकर उसके साथ गाली गलौज कर फाइल फाडऩे की घटना घटी थी जिसके बाद कांग्रेस इस पूरे मामले को मुद्दा बनाने की तैयारी कर रही थी लेकिन कांग्रेस की हवा उस समय निकल गई जब कांग्रेस के ही एक नेता अधिवक्ता संजय सिंह बैंस ने छपारा तहसील कार्यालय में एक पटवारी के साथ मारपीट कर दिया जिससे आहत पटवारी छपारा थाना पहुंचा और कांग्रेस नेता व अधिवक्ता संजय सिंह बैंस के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पटवारी हल्का नंबर 39 सादक सिवनी में पदस्थ पटवारी महेंद्र तिवारी पिता नरेंद्र नाथ तिवारी ने छपारा पुलिस को बताया कि जब वह शासकीय कार्य से तहसील कार्यालय में मौजूद था तभी सादक सिवनी निवासी संजय बैस ने उसे बाहर बुलवाया और कहा की तुम मेरा बिक्री पर्चा क्यों नहीं दे रहे तब पटवारी ने कहा कि कलेक्टर के आदेश से एक जनवरी 2023 से बिक्री पत्र देना बंद किया जा चुका है। बताया जाता है की इस बात से संजय बैस इतना नाराज हो गया कि उसने पटवारी महेंद्र तिवारी के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करना शुरू कर दिया तब वहां मौजूद कुछ लोगों ने झगड़ा शांत कराया, बाद में पीडि़त पटवारी छपारा थाना पहुंचा जहां पुलिस ने आरोपी संजय बैस के विरुद्ध धारा 353, 294, 186, 332 के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए जांच में ले लिया। बताया जाता है कि छपारा में घटी घटना के बाद पटवारियों के भीतर आक्रोश समाया हुआ है। सूत्र बताते हैं कि संजय बैस जिला कांग्रेस कमेटी में एक बड़े पद पर पदस्थ है। संजय बेस के द्वारा किए गए कारनामे के बाद अब कांग्रेस जिले की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल नहीं खड़े कर पा रही क्योंकि यदि कांग्रेस बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करेगी तो उनके नेताओं के ऊपर भी प्रश्न चिन्ह लगने लगेंगे।