...

भाजपा नेताओं से प्रताडि़त आदिवासी परिवार ने मांगा इच्छा मृत्यु

सीधी में एक आदिवासी के ऊपर भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला ने पेशाब किया जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया। घटना के बाद गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीडि़त के पैर पखारे,आरती उतारी और कहा की घटना से मैं दुखी हूं आप लोग मेरे लिए भगवान है। प्रश्न यह है की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कितने पीडि़त आदिवासी और दलितों के पांव पखारेंगे क्योंकि मध्यप्रदेश में हर दिन कहीं ना कहीं कमजोर और भोलेभाले लोगो को प्रताणित किया जाता है जिसमे उनकी पार्टी के कर्णधार भी शामिल है। सिवनी में एक आदिवासी परिवार ने इच्छा मृत्यु की मांग कर डाली। बताया जाता है कि उक्त परिवार भारतीय जनता पार्टी के नेताओमं की दबंगई से परेशान है जिनके घर के चिराग को भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता और उनके परिजनों ने चाकू से हमला किया बावजूद इसके उनके विरूद्ध कोई बड़ी कार्यवाही नहीं हुई जिससे आहत होकर घायल युवक के पिता ने इच्छा मृत्यु की मांग कर डाला।
युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष ने आदिवासी युवक को घर में घुसकर मारा चाकू
सिवनी जिले में भी भाजपा के कुछ ऐसे नेता है जिनके सिर पर सत्ता का नशा है जो भोले-भाले आदिवासियों के ऊपर ज्यादती करने से भी परहेज नहीं कर रहे। ताजा मामला कुरई थाना अंतर्गत सिल्लौर का है जहां भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष के द्वारा गांव के ही आदिवासी युवक के घर में घुसकर उसके ऊपर चाकू से हमला किया गया। हमला किए कई दिन बीत गए बावजूद इसके आरोपी के ऊपर 307 जैसी गंभीर धारा नहीं लगाई गई जिसके लिए न्याय की गुहार करने गत दिवस आदिवासी पीडि़त युवक के परिजन सिवनी पहुंचे थे।
रात के अंधेरे में युवा मोर्चा के अध्यक्ष ने भाई के साथ किया हमला
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कुरई थाना अंतर्गत सिल्लौर निवासी श्रीमती प्रवेश मरकाम पूर्व सरपंच है जिसने 31 मई 2023 को कुरई थाने में एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया था कि 28 मई को उसका पति प्रदीप मरकाम विवाह समारोह में गया था और घर पर वह उसका बड़ा पुत्र शैलेंद्र मरकाम एवं छोटा पुत्र धु्रव मरकाम के साथ थी। रात लगभग एक से डेढ़ बजे के बीच उसका बड़ा पुत्र शैलेंद्र मरकाम लघुशंका के लिए उठा तो देखा कि उनके घर की सामने वाली खोली पर कोई है तो शैलेंद्र ने आवाज लगाया तब खोली से गांव में ही रहने वाला मानसिंह सनोडिया बाहर निकला और गाली गलौच करते हुए कहा की तेरा बाप कहां है। बताया जाता है की मानसिंह धमकी दे रहा था कि आज तुम्हारे पूरे खानदान को खत्म कर दूंगा तब शैलेंद्र ने चीखना शुरू किया तो आवाज सुनकर पूर्व सरपंच प्रवेश बाई बाहर निकली तो शैलेंद्र रोने लगा तभी मानसिंह ने अपने पास रखा चाकू शैलेंद्र को मार दिया जिससे वह नीचे गिर गया तब महिला ने मानसिंह को पकडऩे का प्रयास किया तो मानसिंह ने अपने भाई लक्ष्मण को आवाज लगाई तब लक्ष्मण भी वहां आया और उसने भी अपने भाई के साथ मिलकर महिला के साथ मारपीट किया और दोनों वहां से भाग गए, बाद में शैलेंद्र को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया। इस पूरे मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने पीडि़त परिवार कु रई थाना पहुंचा जहां पुलिस ने  लक्ष्मण सनोडिया एवं उसके भाई मानसिंह के विरुद्ध धारा 452, 294, 323, 324, 506, 34, एसससी एसटी 3(1)(द ) ,3 (1) (. ध) ,3 (2) (1ड्ड) के तहत मामला पंजीबद्ध किया।
क्यों नही लगाई 307
गत दिवस पीडि़त परिवार सिवनी पहुंचा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ ज्ञापन सौपा। पीडि़त के पिता प्रदीप मरकाम ने बताया की सत्ता के दबाव में कुरई पुलिस ने भाजपा नेताओं के उपर 307 का मामला पंजीबद्ध नहीं दर्ज किया। पीडि़त के पिता ने कहा कि लक्ष्मण सनोडिया युवा मोर्चा का अध्यक्ष है जबकि मानसिंह सनोडिया जो उसके रिश्तेदार है वह मंडल अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद में है जिसके चलते उनके ऊपर ना तो संगीन धाराओं के तहत कार्रवाई हो रही है और ना ही गिरफ्तारी। मानसिंह सनोडिया जो उसके रिश्तेदार है वह मंडल अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद में है जिसके चलते उनके ऊपर कोई कार्रवाही नही हो रही।