छात्राओं की फोटो एडिट कर अश्लील फोटो भेजने की एक और छात्र ने कोतवाली में दिया आवेदन
सिवनी महाकौशल। सिवनी के कुछ युवकों के द्वारा छात्राओं की फोटो इंस्ट्राग्राम से अपलोड कर एडिट कर अश£ील फोटो बनाकर कई लोगो के मोबाइल पर भेज दी गई जिसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से की गई लेकिन अब तक इस मामले में कोई जांच प्रारंभ नहीं हुई। गतांक में दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने उल्लेख किया था कि सिवनी के कुछ शिक्षकों के पुत्रों ने छात्राओं की फोटो एडिट करते हुए अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर वायरल किया। इस मामले की शिकायत 10 जुलाई को बारापत्थर निवासी एक पिता ने भी किया था और पुलिस को बताया था कि उसके पुत्र के मोबाइल में एक युवक के द्वारा एडिट फोटो और वीडियो डाला गया है। बताया जाता है कि जिस युवक का नाम बारापत्थर निवासी व्यक्ति ने उल्लेख किया था वह एक शिक्षक का पुत्र था। बताया जाता है कि कोतवाली पुलिस को गुरुनानक वार्ड में रहने वाले एक और युवक ने आवेदन देते हुए अवगत कराया कि उसके मोबाइल नंबर 96******71 में कुछ आपत्तिजनक फोटो डाली जा रही है। युवक ने आवेदन देते हुए मामले की जांच करने का भी आग्रह किया था। इस मामले की जांच होगी या आवेदन ठंडे बस्ते पर चले जाएगा यह तो समय बताएगा लेकिन चर्चा है की इस गिरी हुई हरकत करने के मामले में जिन लोगो के नाम सामने आ रहे है उनके परिजन इस प्रयास में है की राजनैतिक दखल से मामला दब जाए और उनके पुत्रों को अभयदान मिल जाए। चूंकि जिन लोगो के नाम सामने आ रहे हैं उनके पुत्र नाबालिग बताये जा रहे हैं इसलिए इस पूरे समाचार में उन छात्रों के नाम का उल्लेख नहीं किया जा रहा।
मेडिकल व्यवसाय से भी जुड़े है चर्चित शिक्षक के तार
कोतवाली थाने में जिन लोगों ने अश्लील फोटो और वीडियो बनाए जाने का आवेदन दिया है उनमें से एक व्यक्ति मेडिकल लाइन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि काली चौक निवासी जिस शिक्षक के पुत्र का नाम सामने आ रहा है वह भी मेडिकल की लाईन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि शासकीय शिक्षक होने के बावजूद काली चौक निवासी उक्त शिक्षक अपना अधिकांश समय दवा की थोक दुकान में बिताता है। सूत्र बताते हैं कि बारापत्थर निवासी जिस व्यक्ति ने आवेदन दिया है वह भी उसी दवा दुकान से संबंधित है जिससे यह तो स्पष्ट है कि काली चौक निवासी उक्त शिक्षक और बारापत्थर निवासी जिस व्यक्ति ने आवेदन दिया उनके पारिवारिक संबंध है। बताया जाता है कि बारापत्थर निवासी जिस व्यक्ति ने आवेदन दिया उसने काली चौक निवासी शिक्षक के पुत्र के नाम का उल्लेख करने के बजाय गणेश चौक के आसपास रहने वाले एक शिक्षक के पुत्र के नाम का उल्लेख किया है। इस पूरे मामले की जांच कोतवाली पुलिस को इसलिए करना चाहिए ताकि पता चल सके कि युवकों के बीच कोई सिंडिकेट तो नहीं बना जो इस तरह के कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। यदि अभी पुलिस ने कोई बड़ी कार्रवाई नहीं किया तो आने वाले समय में उक्त युवक बड़ा कांड कर सकते हैं।