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कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार खुराना से दूरियां बनाकर राजा बघेल के करीब हो रहे राजिक अकील-----

-राजनीति में कब कौन किसके साथ हो जाए यह पता ही नहीं चलता? प्रदेश में कमलनाथ का अपना एक अलग नाम है और एक अपना आभा मंडल है लेकिन अब जो लोग कमलनाथ के साथ स्वार्थ के लिए जुड़े थे उन्होंने धीरे धीरे उनसे दूरियां बनाना शुरू कर दिया। दीपक सक्सेना, कमलेश शाह, विक्रम  आहाके जैसे नेताओं का ताजा उदाहरण है। हालांकि कमलनाथ के कुछ बेहद ही विश्वास पात्र लोग भी है जो आज भी कमलनाथ को अपना नेता मानते है जिनमे से एक सिवनी जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना शामिल है लेकिन अब राजकुमार खुराना के कुछ करीबी उनसे दूरियां बनाते हुए पार्टी के साथ भीतर घात करने वाले लोगो से करीबिया बढ़ाने लगे है जिसकी सुगबुगाहट अब जिला कांग्रेस में भी चलने लगी है। असल में जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार खुराना के करीबियों में राजिक अकील का नाम लिया जाता है जिन्होंने राजकुमार खुराना के नाम से ही राजनीति शुरू किया और उनकी पहचान श्री खुराना के कट्टर समर्थकों के रूप में रही लेकिन वर्तमान में राजिक अकील की करीबिया राजा बघेल से बढ़ते नजर आ रही है जिन्हे कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष रहते  कांग्रेस ने पार्टी के साथ भीतर घात करने के मामले में 06 सालो के लिए निष्कासित कर दिया था। जब राजा  बघेल को निष्कासित किया गया था उसके बाद 13 दिसंबर 2023 को राजा बघेल के समर्थकों ने जिला कांग्रेस कार्यालय के सामने जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना का पुतला जलाते हुए उनके विरुद्ध नारेबाजी किया था जिसके बाद राजा बघेल के करीबियों को भी 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। राजा बघेल के समर्थकों के द्वारा राजकुमार खुराना का पुतला दहन करने से श्री खुराना के कई समर्थक आज भी नाराज बताए जा रहे है हालांकि बाद में राजा बघेल ने प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ मिलकर अपना निष्कासन को रद्द कर लिया था जिसके बाद से ही राजिक अकील राजा बघेल से प्रभावित हो गए । चर्चा है कि राजिक अकील इस बात को समझ गए है कि वर्तमान में  राजा बघेल का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार सहित प्रदेश प्रभारी कुंवर जितेंद्र सिंह से अच्छा सेटअप है जिसके चलते हो सकता है भविष्य में जिला कांग्रेस की कमान राजा बघेल या उनके किसी समर्थक के हाथ में आ जाए जिसके चलते उन्होंने पप्पू खुराना से दूरियां और राजा बघेल से करीबिया बढ़ाना शुरू कर दिया ताकि उनका राजनीतिक भविष्य सुरक्षित हो सके। वैसे राजा बघेल और राजिक अकील के करीबी होने के कई सारे उदाहण भी सामने आए। 

जबलपुर रोड में एक साथ अधिकारी का करते रहे इंतजार-----

सिवनी नगर पालिका परिषद में वित्तीय अनियमित्ता एवं भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद प्रदेश से चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया । सूत्र बताते हैं कि जब टीम के अध्यक्ष डी आदित्य कुमार सिवनी आ रहे थे तब राजा बघेल और राजिक अकील  जबलपुर रोड में स्थित जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना के पेट्रोल पंप के पास अधिकारी का इंतजार कर रहे थे और काफी देर तक इंतजार करते रहे । बताया जाता है कि उस समय राजकुमार खुराना सिवनी जिले से बाहर थे यदि राजकुमार खुराना अपने पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले  तो उन्हें पता चल जाएगा कि राजा बघेल और राजिक अकील  कितनी देर तक उनके पेट्रोल पंप के आसपास घूमते रहे। चर्चा तो यह भी है कि जब पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने उन्हें खड़ा देखा तो उनके लिए बकायदा कुर्सी पहुचाई गई।

                कॉफी हाउस में चलते रही मीटिंग-------

 राजिक अकील और राजा बघेल की सिवनी के इंडियन कॉफी हाउस में भी बैठक होती है और काफी देर तक मीटिंग चलती रहती है। सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पहले भी राजा बघेल और राजिक अकील  इंडियन कॉफी हाउस में बैठकर राजनीतिक चर्चा करते रहे। यदि इंडियन कॉफी हाऊस के सीसीटीव्ही कैमरे के फुटेज भी खंगाले जाए तो राजा बघेल और राजिक अकील की करीबिया सामने आ जायेंगी।

              उमंग सिंगार को राजिक से मिलाने ले गए राजा------ 

कांग्रेस से भीतर घात  करने के मामले में 6 साल के लिए निष्कासित हुए राजा बघेल की राजिक अकील  से कितनी करीबिया बढ़ गई में इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है  राजिक  के जन्म दिवस के आसपास नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का सिवनी आगमन हुआ था तब वह  राजा बघेल के निवास स्थान पर पहुंचे थे जहां से राजा बघेल ने उन्हें राजिक अकील से मिलाने सिवनी नगर पालिका परिषद ले गए। जहां उमंग सिंघार ने राजिक अकील को जन्मदिन की बधाई दिया बाद में राजिक अकील उमंग सिंघार ,राजा बघेल सहित कुछ लोग जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचे जो यह बताने के लिए काफी है कि अब राजिक अकील राजकुमार खुराना के नहीं रहे अब वह राजा के हो गए है। सूत्र बताते है कि यह एहसास राजकुमार खुराना के कुछ करीबियों को भी हो चला है। 

                               अध्यक्ष की जानकारी के बिना जारी कर देते है विज्ञप्ति------

जिला कांग्रेस के प्रवक्ता राजिक अकील जब से राजा बघेल के संपर्क में आए है तब से उन्होंने विज्ञप्ति जारी करने की जानकारी अपने अध्यक्ष  राजकुमार खुराना को देना बंद कर दिया जिसके कारण कांग्रेस की किरकिरी होने लगी है। हाल ही में राजिक अकील  के द्वारा एक विज्ञप्ति  जारी करते हुए कहा गया था कि शासकीय कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा । कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान को मुख्य अतिथि ना बनाकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है उन्होंने जिला कलेक्टर से ऐसे दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग भी किया था। विज्ञप्ति जारी होने के बावजूद नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष शफीक खान कार्यक्रम में पहुंच गए जिससे पूरी कांग्रेस की किरकिरी हुई। इस पूरे मामले को दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने भी प्रमुखता से उठाया था । सूत्र बताते हैं कि इस पूरे मामले को लेकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने  जिला कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक का भी आयोजन किया गया जहां पता चला की राजिक अकील ने जो  विज्ञप्ति जारी किया था वह जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना के संज्ञान में नहीं था इसके बाद उन्होंने जमकर नाराजगी जताया । सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के पार्षदों की आयोजित बैठक में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए है कि सिवनी नगर पालिका परिषद के किसी भी मामले की विज्ञप्ति जिला कांग्रेस की अधिकृत मेल आईडी से जारी नहीं की जाएगी बल्कि नगर पालिका परिषद में किसी पार्षद से ही विज्ञप्ति जारी कराई जाएगी जो यह बताने के लिए काफी है कि राजिक अकील के द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति से कांग्रेस की जमकर किरकिरी हुई और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष आहत है । वैसे इस पूरे मामले को लेकर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें तो उन्हें पता चल जाएगा कि राजिक अकील  कल तक उनके खेमे के नेता कहलाया करते थे लेकिन अब राजा बघेल के करीबी हो गए हैं।