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कांग्रेस विधायक को छोड़ भाजपा के प्रत्याशी को तिलक लगाकर सेवकराम चद्रवंशी दे रहे शुभकामनाएं

सिवनी महाकौशल। भारतीय जनता पार्टी ने बरघाट विधानसभा क्षेत्र से 2 बार के विधायक रहे कमल मर्सकोले को प्रत्याशी बनाया है ।प्रत्याशी घोषित होने के बाद कमल मर्सकोले बरघाट विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं जिनका जगह-जगह स्वागत और सत्कार भी किया जा रहा है । कमल मर्सकोले के स्वागत सत्कार में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता लगे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष सेवकराम चंद्रवंशी ने भी कमल मर्सकोले का बकायदा तिलक लगाकर स्वागत कर उन्हें अग्रिम शुभकामनाएं दिया। सेवकराम चंद्रवंशी के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के द्वारा घोषित किए गए प्रत्याशी का तिलक लगाकर शुभकामनाएं दिए जाने की फोटो वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। हालांकि सेवक राम चंद्रवंशी के समर्थक यह कह रहे हैं कि यह एक औपचारिक स्वागत था लेकिन राजनीति में इस तरह की औपचारिक स्वागत चुनावी साल में काफी कुछ तस्वीर साफ कर देता है। चर्चा है कि बरघाट के विधायक अर्जुन काकोडिय़ा  के द्वारा भी लगातार कभी संविधान यात्रा निकाली जा रही है तो कभी आक्रोश यात्रा लेकिन कभी भी कार्यवाहक अध्यक्ष होने के नाते सेवक राम चंद्रवंशी ने अर्जुन सिंह काकोडिय़ा  का इस तरह ना तो स्वागत किया और ना ही उन्हें अग्रिम शुभकामनाएं दिया जबकि कमल मार्सकोले के लिए उनका प्रेम ऐसा उमड़ा की उन्होंने सार्वजनिक रूप से कमल मर्सकोले का स्वागत सत्कार कर दिया जिसके बाद बरघाट विधानसभा क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि यह कांग्रेस का संस्कार है या गुटबाजी?
गुटबाजी का असर तो नही
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला कांग्रेस का प्रभारी गंभीर सिंह चौधरी को बनाया है लेकिन जब से गंभीर सिंह चौधरी सिवनी जिला कांग्रेस के प्रभारी बने हैं तब से ही सिवनी जिले में गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है जिसके कारण सिवनी में उनके विरोध में गुटबाज गंभीरसिंह चौधरी हटाओ, कांग्रेस बचाओ के नारे लिखे हुए पोस्टर तक चिपकायें गये हैं। गंभीर सिंह चौधरी के बारे में कहा जाता है कि वह ऐसे ऐसे लोगों को महत्वपूर्ण पदों से नवाजते है जो गुटबाजी को हवा देने में माहिर है जिनमें से एक सेवक राम चंद्रवंशी भी है। सूत्र बताते हैं कि सेवक राम चंद्रवंशी बरघाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत करने के बजाय कमजोर करने में ज्यादा विश्वास करते हैं यही कारण है कि उन्होंने कमल मर्सकोले  जैसे भाजपा नेता का सार्वजनिक रूप से स्वागत सत्कार कर अपनी मंशा स्पष्ट कर दिया जिसे कमलनाथ या उनकी टीम अब तक समझ नहीं पाई है।