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फरार चल रहे सहायक आयुक्त अमर उईके के चहेते शशिकांत सिंह हटाए गए

सिवनी महाकौशल । सिवनी में 30 सितंबर 2022 को सहायक आयुक्त के पद पर अमर उईके को पदस्थ किया गया था ।अपनी  पदस्थापना के बाद से ही अमर उईके शशिकांत सिंह, वीरेंद्र बोरकर, राकेश दुबे जैसे कई अधिकारियों के ऊपर मेहरबान रहे और उन्हे अपना विश्वास पात्र बना लिया था। बताया जाता है कि सहायक आयुक्त अमर सिंह के रहते उक्त सभी  अधिकारियों की विभाग में तूती  बोला करती थी ।अमर उईके की  उच्च स्तरीय सांठगांठ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब अमर उईके के विरूद्ध डिंडौरी में धारा 420, 409 के तहत एफआईआर दर्ज हुई तब वह फरार हो गए। जनजातीय कार्य में विभाग का काम सुचारू रूप से से चल सके इसके लिए विभाग के कुछ कर्मचारियों ने जिले के आला अधिकारियों को गुमराह कर अमर सिंह के करीबी  शशिकांत सिंह को प्रभारी एसी बनाये जाने की नोट शीट चलवा दिया और शशिकांत सिंह सहायक आयुक्त भी बन गए जबकि नियमानुसार वह सहायक आयुक्त नही बन सकते थे ।उनकी मूल पदस्थापना धोबीसर्रा हाई स्कूल  प्राचार्य के पद पर है लेकिन अमर उईके की मेहरबानी से उन्हें एडी का प्रभार दे दिया गया था। बताया जाता है कि नियमानुसार सहायक आयुक्त का प्रभार प्रथम श्रेणी के अधिकारियों को देना होता है लेकिन अमर उईके के कुछ चहेते बाबूओं ने शशिकांत सिंह को प्रभार दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। बताया जाता है कि जब यह मामला जिला कलेक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होने शशिकांत सिंह को हटाकर एस. आर. मरावी को प्रभारी एसी बना दिया जिससे उन बाबूओ को झटका लगा जिन्होंने शशिकांत सिंह को प्रभारी सहायक आयुक्त बनवाने में नियमो को अनदेखा कर नोट शीट चलाया था।देखना यह है कि जिला कलेक्टर उन बाबूओं की भूमिका की जांच करते है या नही जिन्होने नियम विरूद्ध तरीके से शशिकांत सिंह को प्रभारी सहायक आयुक्त बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था।