...

जनआक्रोश यात्रा में सक्रिय नजर आये फूलछाप कांग्रेसी

भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जनाअर्शीवाद यात्रा निकाली गई थी जिसके विरोध में कांग्रेस ने जनआक्रोश यात्रा निकाला। सिवनी में जनआक्रोश यात्रा में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुरेश पचौरी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन शामिल हुए। जनआक्रोश यात्रा का काफिला बरघाट पहुंचा जहां बरघाट के विधायक अर्जुनसिंह काकोडिय़ा ने शक्ति प्रदर्शन किया और काफी भीड़ एकत्रित भी किया, इस बीच बरघाट में फूलछाप कांग्रेसी ना केवल पोस्टर बैनर में दिखाई दिये बल्कि कांग्रेस के कार्यक्रम में वह थिरकते भी नजर आये जिसके बाद बरघाट क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि एक साल पहले कांग्रेस के जिन नेताओं ने भाजपा के साथ समझौता करते हुए बरघाट नगर के इतिहास में पहली बार नगर परिषद में फूल खिलाया है वह भाजपा सरकार के विरोध में निकली जनआक्रोश यात्रा में भाजपा का विरोध कर रहे हैं। हम पाठकों को याद दिला दें कि बरघाट नगर परिषद में हुए चुनाव में 15 वार्डो में से बरघाट विकास मोर्चा 7 वार्डो से चुनाव जीती थी जबकि तीन वार्डो से कांग्रेस ने चुनाव जीता था और मात्र 5 वार्डो से भाजपा के पार्षद चुने गये थे। कांग्रेस से नगर कांग्रेस के अध्यक्ष ऋषभ जायसवाल की धर्मपत्नी श्रीमती निधि जायसवाल वार्ड क्र. 14 से चुनाव जीती थी जबकि वार्ड क्र. 4 से अभिलाष गोलू मालवीय व वार्ड क्र. 12 से पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती संध्या ठाकुर चुनाव जीती थी। अध्यक्ष के चुनाव में तीनों ही कांग्रेस के पार्षदो ने भाजपा प्रत्याशी श्रीमती इमरता साहू को वोट देकर नगर परिषद बरघाट में फूल खिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था जिसके एवज में भाजपा शासित नगर परिषद ने श्रीमती निधि ऋषभ जायसवाल एवं गोलू मालवीय को बकायदा पीआईसी का सभापति भी बनाया था। बरघाट में भाजपा और कांग्रेस की जुगलबंदी से नगर सरकार बन जाने के बाद जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने ना केवल उक्त तीनों पार्षदो को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था बल्कि नगर अध्यक्ष ऋषभ जायसवाल एवं पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अनिल सिंह ठाकुर को भी निष्कासित कर दिया था लेकिन निष्कासन के बाद भी फूलछाप कांग्रेसी सक्रिय रहे। जनआक्रोश यात्रा में जिस तरह से फूलछाप कांग्रेसी सक्रिय रही उससे तो यही लग रहा है कि नगर परिषद में भाजपा का फूल खिलाने वाले पार्षद जनआक्रोश यात्रा में प्रदेश सरकार का विरोध दर्ज कर क्या बताना चाहते हैं। जनआक्रोश यात्रा में आये सुरेश पचौरी एवं प्रदीप जैन को बरघाट कांग्रेस के कर्णधारो से यह अवश्य पूछना चाहिए कि जो लोग नगर परिषद के चुनाव में कांग्रेस के नहीं हो सके वह विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कैसे हो सकते हैं? कुल मिलाकर बरघाट में जनआक्रोश यात्रा के तहत फूलछाप कांग्रेसी का सक्रिय नजर आना राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।