जिला पंचायत के ड्राइवर की अचानक हुई मौत, देर रात तक अधिकारियों और कर्मचारियों से क्यों कराया जा रहा काम
सिवनी जिला पंचायत में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा जब से आईएएस अधिकारी पवार नव जीवन विजय जिला पंचायत के सी ई ओ बने है तब से ही जिला पंचायत के अधिकारी मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान है और इस परेशानी के चलते कर्मचारियों की मौत तक हो रही है।बताया जाता है कि जिला पंचायत के सी ई ओ पवार नवजीवन की कार्यप्रणाली से परेशान होकर आज जिला पंचायत के सभी अधिकारी और कर्मचारी एक जुट हुए। जिला पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर, एसपी सहित जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपते हुए उन्हें अवगत कराया कि कार्यालय समय के अलावा जिला पंचायत में रात 11:00 से 12:00 बजे तक काम लिया जाता है। देर रात तक महिला कर्मचारियों को भी रोका जाता है यहां तक की शनिवार एवं रविवार अवकाश के दिन भी उनसे काम लिया जाता है। जिला पंचायत में लगातार उनका शोषण किया जा रहा है। ज्ञापन सौंपते हुए जिला पंचायत के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बताया कि छोटी-छोटी बातों को लेकर उनका वेतन तक काटा जाता है। 8 घंटे से कहीं अधिक समय तक उनसे काम लिए जाने के बाद मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जाता है जिसके चलते कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी मानसिक रूप से तनाव में है। बताया जाता है कि जिला पंचायत में चालक के पद पर वरुण चंद्र गोलदार पदस्थ है जो पिछले कुछ दिनों से परेशान था। बताया जाता है कि 4 सितंबर की रात्रि वरुण चंद्र काम से घर वापस गया था जिसका आज निधन हो गया वह भी कई दिनों से काम की अधिकता के चलते परेशान रह रहा था ।बताया जाता है कि इस घटना के बाद जिला पंचायत के अधिकारी और कर्मचारी ज्ञापन सौंपने के लिए उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के पास पहुंचे और आग्रह किया की उन्हें जिला पंचायत में चल रही मनमर्जी से मुक्ति दिलाए वरना भविष्य में और भी कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ इस तरह की घटना घट सकती है।