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जितेंद्रसिंह ने साफ कहा- टिकिट वितरण में नहीं चलेगा तेरा-मेरा अब तक सिवनी में सर्वे के बजाय नेताओं की पसंद से मिलते रही है टिकिट

सिवनी महाकौशल 04 सितं. 2023
इन दिनों प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीपसिंह सुरजेवाला और मप्र स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्रसिंह प्रत्याशी चयन प्रक्रिया में व्यस्त नजर आ रहे है। बताया जाता है कि स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने साफ संकेत दे दिया है कि इस बार टिकिट वितरण में तेरा-मेरा नहीं चलेगा। प्रत्याशी चयन का एकमात्र आधार जीत की संभावना रहेगी। बताया जाता है कि दोनो नेताओं ने जिलाध्यक्षों व प्रभारियों से भी खुलकर बात किया।
बताया जाता है कि कई प्रभारियों और जिलाध्यक्षो से जब बंद लिफाफे में नाम मांगे गये तो उन्होंने अपनी अपनी पसंद के नाम दिये जबकि सर्वे में उक्त नाम थे ही नहीं, जिसे लेकर दोनो नेताओं ने ऐसे अध्यक्षों और जिला प्रभारियों से सवाल जवाब भी किया। वैसे यदि रणदीपसिंह सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्रसिंह की मंशा के अनुरूप टिकिट का वितरण किया जाता है तो फिर सिवनी विधानसभा से भी सर्वे के आधार पर टिकिट दी जाएगी। 1993 के बाद से सिवनी जिले में टिकिट वितरण सर्वे के बजाय तेरा-मेरा के चलते मिलते रही, जब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह सिवनी आये थे वहीं हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष श्री राठौर भी आये थे तब दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस के संपादक ने यह बात रखा था कि सिवनी विधानसभा सीट से अब तक उन्हें ही टिकिट दी जाते रही है जो किसी ना किसी नेताओं के करीबी रहे है। 1993 में आशुतोष वर्मा को टिकिट दी गई थी जो पूर्व केबिनेट मंत्री विमला वर्मा के करीबी थे। चुनाव हारने के बाद 1998 में पुन: उन्हें टिकिट दी गई, 2003 में कमलनाथ के करीबी राजकुमार खुराना को टिकिट दी गई जो हार गये। 2008 के चुनाव में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी के करीबी प्रसन्न मालू को टिकिट दी गई वह भी चुनाव हार गये। 2013 में पुन: कमलनाथ के करीबी राजकुमार खुराना को टिकिट दी गई तो वह भी चुनाव हार गये तो क्या इस बात भी टिकिट किसी नेता की पसंद और नापसंद से दी जाएगी या फिर जो सिवनी विधानसभा सीट में कांग्रेस को जिता सकता है उन्हें टिकिट दी जाएगी जिसके बाद दिग्विजयसिंह ने कहा था कि इस बार ऐसा नहीं चलेगा चूंकि जितेंदं्रसिंह ने स्पष्ट कर दिया कि टिकिट में तेरा मेरा नहीं चलेगा ऐसे में सिवनी के निष्ठावान और ईमानदार कार्यकर्ताओं को विश्वास है कि टिकिट वितरण में पार्टी पूरी तरह से पारदर्शिता बरतते हुए जिताऊ चेहरे को ही टिकिट देगी।
उल्लेखनीय है कि जिला कांग्रेस के प्रभारी गंभीरसिंह चौधरी जबसे प्रभारी बने है तब से उन्होंने सिवनी में गुटबाजी का जहर घोल रखा है और वह अपने करीबियों को ही टिकिट दिलाना चाहते है जिसके लिए वह लंबे समय से प्रयासरत है लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमेन जितेंद्रसिंह के द्वारा दिये गये संकेत के बाद गंभीरसिंह चौधरीकी शायद ही मनमर्जी चल सके।