...

कमलनाथ ने पार्टी को मजबूत करने या पार्टी को खोखला करने गंभीर को दी जिम्मेदारी..?

सिवनी महाकौशल। ऐसा लगता है कि गंभीर सिंह चौधरी को जिला कांग्रेस का प्रभारी बनाकर कमलनाथ ने सिवनी जिले की कांग्रेस को मजबूत करने के बजाय कमजोर करने की जिम्मेदारी सौंप दिया है तभी तो जब से गंभीर सिंह चौधरी सिवनी जिला कांग्रेस के प्रभारी बने हैं तब से ही कांग्रेस के भीतर गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है। कांग्रेस मजबूत होने के बजाय दिन ब दिन कमजोर होते जा रही है हालांकि गंभीर सिंह चौधरी के कुछ करीबी लोग गंभीर सिंह का बचाव करते हुए यह अवश्य तर्क दे रहे हैं कि गंभीर सिंह चौधरी के रहते कांग्रेस मजबूत हुई है लेकिन किस दिशा में मजबूत हुई है यह बताने के लिए कोई भी तैयार नहीं है। गंभीर सिंह चौधरी एक ऐसे नेता है जो सिवनी में कुछ लोगों तक सिमट कर रह गए हैं। उन्होंने कांग्रेस में ऐसी ऐसी नियुक्तियां कर दिया है जो कांग्रेस के लिए ही गले की फांस बन गई है। गंभीर सिंह चौधरी की विवादित कार्यप्रणाली के चलते उनका विरोध लगभग 6 महीने से चल रहा है। सोशल मीडिया में तक गंभीर सिंह चौधरी को हटाए जाने की मुहिम चलाई गई थी।
दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने16 नवम्बर 2022 को  ‘गंभीर सिंह चौधरी के आने से और भी गंभीर हुई कांग्रेस’ , 09 जनवरी 2023 को ‘गंभीर सिंह चौधरी को हटाने कांग्रेस के भीतर उठने लगी आवाज’ जैसे शीर्षक से समाचार प्रकाशित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया था लेकिन धन्य है प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ जिन्होंने गंभीर सिंह चौधरी के मामले को गंभीरता से लिया ही नहीं, जिसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस की गुटबाजी सडक़ों पर उतर आई और जिला कांग्रेस के प्रभारी गंभीर सिंह चौधरी को हटाए जाने को लेकर सिवनी शहर के प्रमुख चौक चौराहों में पोस्टर लगा दिए गए जो यह बताने के लिए काफी है कि यदि गंभीर सिंह चौधरी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाता है तो यह कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए घातक हो सकता है। चर्चा है कि गंभीर सिंह चौधरी एक ऐसे नेता है जो गुटबाजी को हवा देते हुए एक गुट को मजबूत करने में जुटे हुए हैं उन्हें बाकी लोगों से कोई मतलब है ही नहीं।
विवादित लोगों को अध्यक्ष बनाने में निभाई थी भूमिका
सिवनी जिला कांग्रेस में पार्टी को मजबूत करने वाले लोगों को दरकिनार करते हुए ऐसे ऐसे हाथों में पार्टी की कमान सौंपी जा रही है जिनकी छवि धूमिल है और जो कांग्रेस को मजबूत करने के बजाय कमजोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कमलनाथ को गंभीर सिंह चौधरी से यह अवश्य पूछना चाहिए कि सिवनी का प्रभारी रहते उन्होंने कांग्रेस को कहां-कहां मजबूत किया? गंभीर सिंह चौधरी के रहते ना तो जिला पंचायत कांग्रेस जीत पाई, ना ही जनपद के चुनाव जीत पाए और ना ही चार नगरीय निकाय में कांग्रेस अपना अध्यक्ष बना पाई। सिवनी नगर पालिका परिषद में कांग्रेस की सरकार बनी है जिसका झूठा श्रेय गंभीर सिंह चौधरी लेते हैं जबकि हकीकत क्या है यह जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों से बेहतर कोई नहीं जानता। कुल मिलाकर कमलनाथ के सामने गलत जानकारी देते हुए गंभीर सिंह चौधरी सिवनी जिला कांग्रेस की स्थिति गंभीर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।