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क्या अर्जुनसिंह काकोडिय़ा पार्टी से गद्दारी करने वाली श्रीमती संध्या अनिल ठाकुर के कारनामो की करा पायेंगे जांच?

सिवनी महाकौशल। बरघाट नगर परिषद में लंबे समय तक ठाकुर दंपत्ति का दबदबा रहा। उनके कार्यकाल के दौरान जमकर भ्रष्टाचार भी हुए जिसकी पोल लगभग 15 दिन पहले उस समय खुली जब राजीव गांधी मिनी स्टेडियम भरभराकर नीचे गिर गया। उम्मीद की जा रही थी कि इस मामले में नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती इमरता साहू की परिषद जांच करायेगी लेकिन इमरता साहू के ऊपर कांग्रेस की पार्षद श्रीमती संध्या अनिल सिंह ठाकुर, श्रीमती निधि ऋषभ जायसवाल एवं गोलू मालवीय का एहसान है जिन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी करते हुए भाजपा को वोट दे दिया था जिन्हें जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने बाहर का रास्ता दिखा दिया चूंकि उक्त तीनों ने ही बरघाट के विधायक अर्जुनसिंह काकोडिय़ा के करीबी रहे है लेकिन उन्होंने विधायक के मान सम्मान को भी नजरअंदाज कर दिया था। अब गेंद अर्जुन काकोडिय़ा के पाले में है, मौका है कि पार्टी से गद्दारी करने वाली श्रीमती संध्या अनिलसिंह ठाकुर को यह एहसास कराया जाये कि जिस पार्टी ने उन्हें मान सम्मान और पहचान दिया उस पार्टी के साथ गद्दारी करने का हश्र क्या होता है इसलिए अर्जुनसिंह काकोडिय़ा को मिनी स्टेडियम में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग अवश्य करना चाहिए।
याद दिला दें कि जब अनिलसिंह ठाकुर अध्यक्ष थे और श्रीमती इमरता साहू उपाध्यक्ष थी तब बरघाट में मिनी स्टेडियम के लिए भूमिपूजन हुआ था और श्रीमती संध्या ठाकुर जब अध्यक्ष बनी थी तब उक्त मिनी स्टेडियम का शिलान्यास किया गया था। वर्तमान में अनिल सिंह ठाकुर, श्रीमती संध्या ठाकुर ने भाजपा नेत्री इमरता साहू को अध्यक्ष बनाने के लिए पूरी पार्टी से गद्दारी कर भाजपा को वोट दिया था ऐसे में विधायक अर्जुनसिंह काकोडिय़ा को इस मामले की जांच अवश्य कराना चाहिए। यदि अर्जुन काकोडिय़ा जांच कराते हैं तो यही संदेश जायेगा कि अर्जुन काकोडिय़ा पार्टी के प्रति ईमानदार और समर्पित नेता है जो उनके करीबियों की गलती को भी उजागर कर सकते है और यदि वह इस भ्रष्टाचार को नहीं उठाते तो फिर यही संदेश जायेगा कि आज भी अर्जुनसिंह काकोडिया पार्टी से गद्दारी करने वाले अनिल सिंह ठाकुर व संध्या ठाकुर जैसे नेताओं के ऊपर मेहरबान है। देखना यह है कि इस पूरे मामले में अर्जुनसिंह काकोडिय़ा क्या भूमिका निभाते है? फिलहाल मिनी स्टेडियम के गिर जाने के बाद भी पूरी कि पूरी नगर परिषद बरघाट मौनधारण किये हुए है।