क्या दिनेश राय मुनमुन की पसंद को दरकिनार कर शाद अली अपनी पसंद का वक्फ बोर्ड अध्यक्ष बनवा पायेंगे..?
भाजपा आलंख्यक नेता दीवान शाद अली दो दिन बाद भी यह स्पष्ट नहीं कर पाए की उन्होंने अपनी फेसबुक में ‘भाजपा के मुस्लिम कार्यकर्ताओं से दूरी,कांग्रेसी मुस्लिम कार्यकर्ताओं से नजदीकी कुछ परिवर्तन की सुगबुगाहट तो नही’ जुमला लिखा था वह किसके लिए लिखा था? हालांकि उनकी पोस्ट पर कई लोगो ने प्रतिक्रिया दिया जिसमे यही बात निकलकर आई की दीवान शाद अली का इशारा सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन की तरफ ही था जो कांग्रेस नेता मुबीन राजा के आमंत्रण पर उनके निवास स्थान पर पहुंचे थे जो दीवान शाद अली जैसे नेता को नागवार गुजरा तो उन्होंने अपना दर्द सोशल मीडिया के जरिए बयान कर दिया लेकिन अब यही बयान उनके गले की फांस बनते जा रही है। क्योंकि अभी तक शाद अली यह स्पष्ट नहीं कर पाये कि फेसबुक में जो पोस्ट लिखी गई थी वह विधायक दिनेश राय मुनमुन के लिए लिखी गई थी या किसी और के लिए..?
मुनमुन की अनुशंसा के बिना नियुक्ति कराने से बढे दीवान शाद अली के हौसले
असल में माना जाता है की संगठन के किसी भी पद पर जो नियुक्तियां होती है उस नियुक्ति के लिए संगठन के जिलाध्यक्ष के साथ-साथ क्षेत्रीय विधायक की अनुशंसा भी ली जाती है ताकि सामंजस्य बना रहे लेकिन इन दिनों दीवान शाद अली कुछ नियुक्तियों को लेकर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। लगभग 1 महीने पहले जिला हज कमेटी के अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ भाजपा नेता शब्बीर वारसी की नियुक्ति की गई जिन्हें नियुक्ति पत्र दीवान शाद अली ने सौंपते हुए अपनी फेसबुक में डालते हुए लिखा था कि मध्यप्रदेश हज कमेटी के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा रफत वारसी साहब ने जिला भाजपा अध्यक्ष आलोक दुबे की अनुशंसा पर वरिष्ठ भाजपा नेता शब्बीर वारसी को जिला हज कमेटी के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है उक्त पोस्ट में कहीं भी सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन की अनुशंसा का उल्लेख नहीं था जो इस ओर इशारा करता है कि दीवान शाद अली यह मानकर चल रहे है की वह कुछ पदों पर सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन की अनुशंसा के बिना अपने पसंदीदा लोगों को विभिन्न संगठनों की कमान दिलवा सकते हैं। यही कारण है कि वह इशारो ही इशारो में सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन को घेरने से भी परहेज नहीं कर रहे।
अपनी पसंद का जिला वक्फ बोर्ड अध्यक्ष भी बनवाना चाहते है शाद अली
अपना अधिकांश समय नागपुर के व्यवसाय में देने वाले दीवान शाद अली मौका मिलते ही सिवनी आ जाते हैं और यहां पर अल्पसंख्यकों की राजनीति करने लगते हैं। सूत्र बताते हैं कि जिला हज कमेटी अध्यक्ष पद पर अपनी पसंद का अध्यक्ष बनाने के बाद शाद अली की नजर जिला वकफ बोर्ड कमेटी के अध्यक्ष के ऊपर टिक गई है। बताया जाता है कि शाद अली सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन की पसंद और नापसंद को दरकिनार करते हुए अपनी पसंद का अध्यक्ष बनाना चाहते है। बताया जाता है की दीवान शाद अली ने नए वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सनव्वर पटेल से भी नज़दीकियां बढ़ाना शुरू कर दिया है। चूंकि शाद अली ने हज कमेटी का अध्यक्ष विधायक की अनुशंसा के बिना बनवा लिया ऐसे में उन्हें भरोसा है कि जिला वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष भी दिनेश राय मुनमुन की पसंद और नापसंद के बिना बनवा लेंगे। देखना यह है कि जिला वक्फ बोर्ड कमेटी अध्यक्ष पद की नियुक्ति में अपनी पसंद का अध्यक्ष बनवाकर दीवान शाद अली दिनेश राय मुनमुन के लिए चुनौती बनते हैं या नहीं? फिलहाल दीवान शाद अली की टिप्पणी यही बयान कर रही है की वह नागपुर में रहकर भी सिवनी की राजनीति में कटाक्ष करने के मामले में माहिर है जो इशारों ही इशारों में सिवनी विधायक के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगा रहे है।