क्या मुख्यमंत्री के आने से पहले अश्लील वीडियो बनाने वाले युवकों के ऊपर कार्यवाही कर पायेगी पुलिस ?
सिवनी महाकौशल। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भांजियों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाते हैं। कभी लाडली लक्ष्मी ,कभी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी कई योजनाएं चल रही है। छात्राएं बेखौफ स्कूल जाएं इसके लिए बकायदा निर्भया मोबाइल चलाया जा रहा है लेकिन यह सब कागजों तक ही सीमित है। हकीकत में आज भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भांजिया अपने आपको असुरक्षित महसूस करती है। सिवनी में हाल ही के दिनों में कुछ छात्राओं के इंस्टाग्राम से फोटो और वीडियो निकाल कर अश्लील फोटो बनाए जाने का मामला सामने आया जिसकी शिकायत 2 छात्रों ने कोतवाली पुलिस से भी किया लेकिन शिकायत के लगभग 1 सप्ताह होने को आए अभी तक पुलिस उन मनचले लडक़ों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर पाई जिनके विरूद्ध शिकायत की गई थी।
छात्राओं के परिजनों के सामने स्वीकार किया गलती
10 जुलाई को टूटी पुलिया बारापत्थर निवासी एक व्यक्ति ने अपने पुत्र के मोबाइल नंबर का उल्लेख करते हुए बताया था कि किसी युवक ने उसके मोबाइल में अश्लील वीडियो भेजा था वही गुरुनानक वार्ड निवासी एक अन्य युवक ने भी आवेदन दिया था। आवेदन को कोतवाली पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। बताया जाता है कि हाल ही के दिनों में कुछ युवकों में इंस्टाग्राम से सिवनी की कुछ छात्राओं की फोटो व वीडियो निकालकर एडिट कर फर्जी अश्लील वीडियो व फोटो बनाकर वायरल कर दिया था तब छात्राओं ने अपने परिजनों को जानकारी दिया। बताया जाता है कि परिजनों ने जब संबंधित युवकों को पकड़ा तो उन्होंने परिजनों के सामने मि_ू की तरह सब बात बता दिया लेकिन इसे आश्चर्य ही कहा जाएगा कि बड़े-बड़े अपराधियों के हलक से हकीकत बाहर निकालने वाली पुलिस उन लडक़ों को नहीं पकड़ पाए जिनके विरुद्ध थाने में शिकायत दी गई थी। प्रश्न यह उठता है कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं ही अपनी भांजियों की सुरक्षा का दम भरते हैं तो फिर सिवनी में हुए घटनाक्रम को लेकर अब तक पुलिस हरकत में क्यों नहीं आई।
क्या मुख्यमंत्री के आने से पहले युवकों को गिरफ्तार करेगी पुलिस
19 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आगमन होना है। संभव है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने यह पूरा मामला उठे। देखना यह है कि पुलिस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आने से पहले इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर उन युवकों को चिन्हित करती है या नहीं जिन्होंने छात्राओं की अश£ील वीडियो और फोटो वायरल किया था।