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महुआ लाहन पकडक़र वाहवाही लूट रहा आबकारी महकमा

इन दिनों आबकारी विभाग शासकीय विज्ञप्ति जारी करते हुए यह बताने का प्रयास कर रहा है कि 30 अक्टूबर से लेकर 19 नवंबर तक वृत्त उत्तर में 30 प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए 160.74 ब.ली.मदिरा एवं 4500 कि.ग्रा महुआ लाहन अनुमानित मूल्य 505802/-रू. को जप्त कर नष्ट करने की कार्यवाही की गई। इसी तरह दक्षिण में 29 प्रकरण पंजीबध्द करते हुए 425.23 ब.ली. मदिरा एवं 11900 कि.ग्रा महुआ लाहन अनुमानित मूल्य 1303208/-रू., वृत्त शहर में 33 प्रकरण 314.66 ब.ली. मदिरा एवं 1410 कि.ग्रा महुआ लाहन अनुमानित मूल्य 224450/-रू., वृत्त लखनादौन में 22 प्रकरण पंजीबध्द करते हुए 143.78 ब.ली. मदिरा एवं 1640 कि.ग्रा महुआ लाहन अनुमानित मूल्य 208522/-रू. तथा वृत्त घंसौर में 20 प्रकरण पंजीबधद करते हुए 128.93 ब.ली. मदिरा एवं 1110 कि.ग्रा महुआ लाहन अनुमानित मूल्य 147384/-रू. जप्त कर नष्ट करने की कार्यवाही की गई। लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी शैलेष जैन यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि चुनाव के दौरान सिवनी जिले की विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में बांटी गई अवैध शराब को रोकने में उन्होंने कोई कार्यवाही क्यों नहीं किया। मतदान से पहले सिवनी विधानसभा क्षेत्र में अवैध शराब परिवहन और अवैध शराब वितरण के मामले सामने आये तब पुलिस ने कार्यवाही किया लेकिन आबकारी महकमा पूरी तरह से निष्क्रिय रहा। आश्चर्य इस बात का है कि 15 नवंबर की शाम से 48 घंटे के लिए लगभग सभी शराब दुकानो को सील कर दिया गया था और 48 घंटे के लिए जिले में शुष्क दिवस घोषित किया गया था बावजूद इसके कई दुकानों से अवैध रूप से वाहनों में शराब भरकर परिवहन किया गया। कई अवैध शराब परिवहन के वीडियो भी वायरल हुए लेकिन आबकारी अधिकारी शैलेष जैन और उनकी पूरी टीम कुंभकर्णीय नींद में सोते रही। चुनाव खत्म होने के बाद आबकारी विभाग के द्वारा शासकीय विज्ञप्ति जारी करते हुए यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि उनका विभाग अवैध शराब पकडऩे के मामले में कितना सक्रिय है लेकिन आबकारी विभाग की कार्यवाही सिर्फ महुआ लाहन पकडऩे तक ही सीमित है। आबकारी विभाग के द्वारा गांव गांव में सप्लाई हो रही अवैध शराब के मामले में सक्रियता नहीं दिखाई जाती जो आश्चर्य का विषय है।