...

मिनी स्टेडियम के भ्रष्टाचार की जांच करायेंगी या कांग्रेस पार्षदो के एहसान का कर्जा चुकायेंगी इमरता साहू

बरघाट नगर परिषद में लगभग 15 सालों तक अनिल सिंह ठाकुर और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती संध्या ठाकुर का कब्जा रहा जिनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का कीर्तिमान स्थापित किया गया। समय-समय पर ठाकुर दंपत्ति के कार्यकाल में किए गए भ्रष्टाचार उजागर होते रहे चूंकि ठाकुर दंपत्ति के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मधुर संबंध रहे इसलिए उनके भ्रष्टाचार दबे के दबे रह गए। ठाकुर दंपत्ति के भाजपा नेताओं से कितने मधुर संबंध रहे इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब नगर परिषद में अध्यक्ष का चुनाव था तब कांग्रेस से चुनाव जीती श्रीमती संध्या अनिल सिंह ठाकुर, श्रीमती निधि ऋषभ जायसवाल एवं गोलू मालवीय ने इमरता साहू को वोट देकर उन्होंने भाजपा का नगर परिषद में अध्यक्ष बना दिया। अब यही एहसान श्रीमती संध्या ठाकुर के लिए राहत पहुंचा सकता है।
अनिल ठाकुर की परिषद में उपाध्यक्ष थी इमरता साहू
बरघाट में लाखो की लागत से बना मिनी स्टेडियम निर्माण के चंद वर्षो के भीतर ही जर्जर हो गया था जो गत दिवस गिर गया। बताया जाता है की जब उक्त मिनी स्टेडियम स्वीकृत हुआ था और 01 अप्रैल 2005 को भूमिपूजन हुआ था तब अनिल सिंह ठाकुर अध्यक्ष थे जबकि इमरता साहू उपाध्यक्ष थी वही लोक निर्माण समिति का सभापति राजबाहदुर ठाकुर थे इसलिए अनिल सिंह ठाकुर और संध्या ठाकुर के कार्यकाल के दौरान घटिया बनाए गए मिनी स्टेडियम के मामले में वर्तमान परिषद किसी भी प्रकार की ना तो जांच कराने की स्थिति में है और ना ही किसी प्रकार की कार्रवाई करने की स्थिति में है। कुल मिलाकर श्रीमती इमरता साहू को अध्यक्ष बनाकर श्रीमती संध्या ठाकुर, श्रीमती निधि जयसवाल एवं गोलू मालवीय ने ऐसा एहसान किया कि अब एहसान उतारने का समय आ गया है। देखना यह है कि इमरता साहू नगर के लोगों के विश्वास में खरा उतरते हुए मिनी स्टेडियम में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराती है या फिर कांग्रेस की कृपा से अध्यक्ष बनने का कर्ज उतारती है? फिलहाल संध्या अनिल सिंह आवश्वस्त है कि इमरता साहू उनके द्वारा किये गये एहसान का कर्ज उतारते हुए किसी भी तरह की जांच कराने से परहेज ही करेंगी।