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मोहन यादव के मंत्रिमंडल गठन में नहीं बनी बात

सिवनी महाकौशल 19  दिसं. 2023
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए लगभग 15 दिन से अधिक का समय बीत गया बावजूद इसके मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया ।3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आए थे और उसके लगभग 10 दिन के बाद 12 दिसंबर को डॉक्टर मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर शपथ दिलाई गई थी। मोहन यादव को मुख्यमंत्री के शपथ लिए लगभग एक सप्ताह होने को आए बावजूद इसके अभी तक मंत्रिमंडल गठित नहीं हो सका । दिल्ली में मंत्रिमंडल को लेकर माथा पच्ची चल रही है लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका । सूत्रों की माने तो अभी भी कुछ नाम में पेंच फंसे हुए हैं जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अब विधानसभा सत्र के बाद ही मंत्रिमंडल अस्तित्व में आएगा। बताया जाता है कि पिछले दो दिनों से दिल्ली में मंत्रिमंडल को लेकर बैठक चल रही है क्षेत्रीय ,जातिगत एवं लोकसभा क्षेत्र के गणित में मंत्रिमंडल गठन खटाई में पड़ गया है। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि 2024 में लोकसभा का चुनाव है सभी संभागों के ऐसे विधायकों के नाम के ऊपर चर्चा हुई जो जाति गत समीकरण के आधार पर भी फिट बैठते हो लेकिन यह भी तय किया जा रहा है कि ऐसे मंत्री बनाया जाए जो 29 लोकसभा को कवर कर सके । यानी कि हर लोकसभा से कोई ऐसा मंत्री बने जो क्षेत्र को भी कवर कर पाए और लोकसभा को भी।  
06 लोकसभा में बंटी है महाकौशल की 38 विधानसभा सीट
यदि लोकसभा क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो जबलपुर संभाग में सिर्फ तीन लोकसभा क्षेत्र है जबकि महाकौशल क्षेत्र में 38 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जो की 6 लोकसभा क्षेत्र में बंटी हुई हैं। जबलपुर संभाग में जबलपुर लोकसभा सीट है जिसमे पाटन, बरगी, जबलपुर पूर्व,जबलपुर उत्तर, जबलपुर केंट,जबलपुर पश्चिम, पनागर, सिहोरा विधानसभा शामिल है। वही दूसरी लोकसभा मंडला आती है जिसमे चार  जिले की 08 विधानसभा आती है। उक्त लोकसभा में  शहपुरा, डिंडोरी बिछिया , मंडला ,निवास के अलावा सिवनी जिले की लखनादौन व केवलारी एवम नरसिंहपुर जिले की गाडरवाड़ा विधानसभा शामिल है। वही बालाघाट लोकसभा में बालाघाट जिले की 06 विधानसभा जिसमे बालाघाट, लांजी, परसवाड़ा, बैहर, वारासिवनी, कटंगी, व सिवनी जिले की सिवनी एवम बरघाट शामिल है।
नरसिंहपुर जिले की तीन विधानसभा होशगाबाद लोकसभा में है शामिल
नरसिंहपुर जिले में चार विधानसभा है जिसमें से गोटेगांव मंडला लोकसभा में आती है जबकि नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा एवं गाडरवारा होशंगाबाद लोकसभा में आती है। नरसिंहपुर जिले से प्रहलाद पटेल एवं राव उदय प्रताप सिंह की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है । यदि लोकसभा के हिसाब से मंत्री पद दिया जाता है तो फिर प्रहलाद पटेल या राव उदय प्रताप सिंह किसी एक को मौका मिलेगा।  
कटनी विधानसभा की तीन विधानसभा खजुराहो लोकसभा में आती है
 महाकौशल क्षेत्र के कटनी जिले में भी चार विधानसभा है जिसमें से बडवारा विधानसभा सीट शहडोल लोकसभा में आती है जबकि विजय राघौगढ़, बहोरीबंद  एवम मुंडवारा खजुराहो लोकसभा में आती है जहां से संजय पाठक प्रबल दावेदार है। महाकौशल क्षेत्र की 38 विधानसभा में से भाजपा ने 21 विधानसभा सीट जीता जबकि कांग्रेस ने 17 विधानसभा सीट जीता है जिसमे से छिंदवाड़ा लोकसभा की सभी 07 सीट कांग्रेस जीती है। यदि लोकसभा क्षेत्र से एक-एक मंत्री दिया जाता है तो फिर बालाघाट लोकसभा से चार विधायकों में से किसी एक को मंत्री पद दिया जाएगा जिनमें कटंगी के विधायक गौरव पारधी,लांजी के विधायक राजकुमार कर्राहे , सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन एवं बरघाट के विधायक कमल मर्सकोले शामिल है । वही मंडला लोकसभा से श्रीमती संपत्तिया ऊईके एवं ओमप्रकाश धुर्वे में से किसी एक को मंत्री बनाया जाएगा । ऐसा ही जबलपुर लोकसभा क्षेत्र से भी होगा जहां से राकेश सिंह या अजय विश्नोई में से किसी एक को मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी । हालांकि अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने मंत्रिमंडल के आकार को लेकर कोई सहमति नहीं दिया हैं लेकिन भीतर खाने से आ रही खबरों की माने तो यदि पहला मंत्रिमंडल छोटा होगा तो फिर 29 लोकसभा को कवर कर पाना मुश्किल हो जाएगा ऐसे में कयास लगाए जा रहे है की पहला मंत्रिमंडल छोटा नही होगा।