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पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेताओ को कहीं भोजन कराया जाता है तो कहीं फूलमालाओ से स्वागत किया जाता है

सिवनी महाकौशल। गत दिवस जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना ने मंगवानी क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के सह प्रभारी संजय कपूर के सामने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में भीतरघात और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी कांग्रेस का नेता या कार्यकर्ता पार्टी में भीतरघात की बात करता है तो आप उसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया में वायरल करें चाहे वह कितना भी बड़ा पदाधिकारी या नेता क्यों ना हो। प्रदेश के सह प्रभारी संजय कपूर जिले के लिए नए है इसलिए शायद उन्हें सिवनी जिले की राजनीति के बारे में जानकारी नहीं है क्योंकि यदि उन्हें जानकारी होती तो वह जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना से यह अवश्य पूछते कि एक तरफ तो वह छोटे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को अनुशासनहीनता और भीतरघात के मामले में सख्ती से हिदायत दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके करीबी लोग जो पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए भीतरघात और अनुशासनहीनता करते हैं उन्हें गले क्यों लगाया जाता है।
गतांक में दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने प्रकाशित किया था कि जब धनंजय संध्या को एनएसयूआई का अध्यक्ष नहीं बनाया गया था तब उन्होंने सोशल मीडिया में पार्टी के नेताओं को लेकर कई तरह की अनर्गल टिप्पणी किया था। इसके अलावा पार्टी के भीतर जातिगत जहर घोलने का भी काम किया था। नियमानुसार धनंजय संध्या के ऊपर कांग्रेस को कार्रवाई करना था लेकिन कार्रवाई करने के बजाय अनुशासनहीनता करने वाले धनंजय संध्या को एनएसयूआई का अध्यक्ष बना दिया गया।
पार्टी से गद्दारी करने वाले विजय चौरसिया का फूल माला से किया गया स्वागत
नगरीय निकाय चुनाव में भी भीतरघात और अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं को गले लगाया गया था जिसका प्रमाण यह है कि सीवी रमन वार्ड से कांग्रेस ने पदमचंद सनोडिया को टिकट दिया था जिससे नाराज होकर पूर्व नगरपालिका के अध्यक्ष विजय चौरसिया ने पार्टी के साथ गद्दारी करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा था तब ना तो पदम जीत पाए और ना ही विजय चौरसिया जिसके बाद विजय चौरसिया को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था लेकिन बाद में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष का हृदय परिवर्तन हो गया और उन्होंने विजय चौरसिया की घर वापसी का रास्ता खोलते हुए उन्हें जिला कांग्रेस कार्यालय बुलाकर फूल माला से स्वागत सत्कार किया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस से चुनाव लड़े पदमचंद सनोडिया में पार्टी कार्यालय में ही जाना बंद कर दिया। प्रश्न यह उठता है कि जब कार्यकर्ताओं के बीच राजकुमार खुराना यह कह रहे हैं कि भीतरघातियों और अनुशासनहीनता करने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तो फिर वह उन लोगों को फुल हार और भोजन क्यों करा रहे हैं जिन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी करते हुए पार्टी प्रत्याशी को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया है।
रजनीश को हराने में भूमिका निभाने वाले अनिल चौरसिया को  मंत्री के साथ कराया गया था लंच
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल चौरसिया और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार खुराना अभिन्न मित्र है यह बात कमोबेश सभी लोग जानते है। 2018 के विधान सभा चुनाव में अनिल चौरसिया ने भाजपा प्रत्याशी राकेश पाल सिंह के साथ हाथ मिलाते हुए रजनीश को हराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया था। प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार बनी और सुखदेव पांसे प्रभारी मंत्री बने थे तब 2 मार्च 2019 को सर्किट हाउस में भोजन की टेबल में सुखदेव पांसे के साथ जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजकुमार खुराना, उनके ठीक बाजू में अनिल चौरसिया बैठे हुए थे जबकि उनकी टेबिल में सजंय बघेल, इमरान पटेल, मोहन चंदेल, राजिक अकील, इब्राहिम कुरैशी, ठा. रजनीश सिंह, देवीसिंह चौहान सहित तत्कालीन कलेक्टर प्रवीण अढ़ायच एवं एसपी ललित शाक्यवार ने बैठकर भोजन किया था तब 3 मार्च 2019 को दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने ‘पार्टी से गद्दारी करने वाले अनिल चौरसिया को भोजन कराते रहे सुखदेव पांसे’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। सवाल यह उठता है कि जब राजकुमार खुराना यह कहते हैं कि पार्टी के साथ भीतरघात और अनुशासनहीनता करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तो फिर उन्होंने अपने करीबी मित्र अनिल चौरसिया को भीतरघात करने के बावजूद अपने साथ मंत्री की टेबल में भोजन करने के लिए क्यों बैठाया था।