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रात भर धरतीपुत्र करते रहे इंतेजार

सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन जब विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे तब उन्होंने किसानों से कई महत्वपूर्ण वादा किया था। उन्होंने कहा था कि पेंच व्यपवर्तन परियोजना से किसानों को पानी दिलाया जाएगा। बताया जाता है कि अभी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां के किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा। बार-बार मांग करने के बाद भी जब किसानों के दर्द को किसी ने नहीं समझा तो 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन किसानों ने अहिंसक आंदोलन प्रारंभ कर दिया। बताया जाता है कि 2 अक्टूबर को लाल माटी क्षेत्र के किसान एकजुट हुए और रानी दुर्गावती प्रतिमा के पास ट्रैक्टरों को खड़ा कर धरना प्रारंभ कर दिया। 2 अक्टूबर की दोपहर से शुरू हुए धरना प्रदर्शन करने वाले किसानों की मांग थी कि  सांसद और विधायक धरना स्थल पर पहुंचे जहां उनसे बात की जाएगी लेकिन रात भर किसान धरना स्थल पर मौजूद रहे लेकिन उनसे मिलने ना तो विधायक दिनेश राय मुनमुन को समय मिला और ना ही सांसद डॉक्टर ढालसिंह बिसेन को समय मिला। यहां तक की जिले के कलेक्टर क्षितिज सिंघल भी किसानों से मिलने नहीं पहुंचे। हालांकि कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में एस डीएम मेघा शर्मा अवश्य पहुंची थी।
सुबह पहुंचे विधायक मुनमुन राय
 रात भर किसान धरना प्रदर्शन करते रहे लेकिन रात में किसानों से मिलने की फुर्सत ना तो विधायक को मिली और ना ही सांसद को। आज सुबह दिनेश राय मुनमुन किसानों से मिलने पहुंचे दिनेश राय से किसानों ने कहा की हम आपसे मिलना चाहते थे यदि आप आ जाते तो हमारी रात काली नही होती।
किसी प्रतिनिधि को भेज   देते विधायक
सुबह जब धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के लिए दिनेश राय मुनमुन पहुंचे तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि नरसिंहपुर में एक एक्सीडेंट हो गया था जहां वह चले गए थे और उसके बाद जबलपुर चले गए थे उनकी जानकारी में नहीं था जबकि पूरे सोशल मीडिया में उक्त आंदोलन चर्चाओं में रहा यदि दिनेश राय मुनमुन व्यस्त थे तो उन्हें अपने प्रतिनिधि को धरना स्थल पर भेज देना चाहिए था और किसानों को अवगत कराना चाहिए ताकि दिनेश राय मुनमुन पारिवारिक काम से नरसिंहपुर और जबलपुर गए हुए हैं लेकिन उन्होंने रात के समय किसी भी प्रतिनिधि को नहीं भेजा जिसके कारण रात भर धरतीपुत्र धरना प्रदर्शन करते रहे। समाचार लिखे जाने तक भी किसान धरना आंदोलन में ही बैठे हुए थे किसानों का कहना था कि आज कैबिनेट की अंतिम बैठक के अंतिम बैठक में जो भी निर्णय होगा उसके बाद वह उठ जाएंगे वैसे यदि इस पूरे मामले का हल नहीं निकलता है तो फिर विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी नुकसान हो सकता है क्योंकि दिनेश राय मुनमुन ने जब चुनाव लड़ा था तब उन्होंने लाल माटी क्षेत्र के किसानों के लिए भी बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन चुनाव जीतने के बाद लाल माटी क्षेत्र के किसानों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जिसके कारण लाल माटी क्षेत्र के किसानों को चुनाव से ठीक पहले धरना प्रदर्शन करने का रास्ता अपनाना पड़ा।
आपने मुझे बुलाया था क्या?
 रात भर किसानों ने धरना प्रदर्शन किया जिनसे मिलने सुबह विधायक दिनेश राय मुनमुन पहुंचे और किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि आपने मुझे बुलाया था क्या? मुझे सूचना तो देना चाहिए था तब किसानों ने कहा कि 18 अगस्त को किसान महा पंचायत हुई थी जिसमें विधायक सांसद सहित पार्टी के मुखियाओं को बुलाया गया था तभी तय किया गया था कि यदि समय सीमा के भीतर उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे। वैसे सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन का यह कहा जाना कि मुझे बुलाया था क्या आश्चर्यजनक इसलिए लग रहा है क्योंकि 2 अक्टूबर की दोपहर से किसानों का आंदोलन पूरे प्रदेश भर में चर्चित हो गया था। सोशल मीडिया में पल-पल की अपडेट आ रही थी सोशल मीडिया में सक्रिय रहने वाले सिवनी के विधायक दिनेश राय मुनमुन को लाल माटी के किसानों का आंदोलन क्यों नहीं दिखाई दिया? यह आश्चर्य का विषय इसलिए है क्योंकि दिनेश राय मुनमुन ने लालमाटी क्षेत्र के किसानों से कई बड़े-बड़े वादे किए थे और जब आचार संहिता लागू होने को आई तब श्री राय किसानों से पूछ रहे हैं कि क्या आपने मुझे बुलाया था क्या या मुझे बताया था क्या?