...

राजा बघेल को सीधी का प्रभारी बनाकर जीतू पटवारी ने सम्राट सिंह सरस्वार को हराने कर लिया प्रबंध----

 बालाघाट लोक सभा के कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सिंह सरस्वार के पास अभी भी मौका है की वह लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दे क्योंकि उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पार्टी से गद्दारी करने के मामले में 06 सालो के लिए निष्कासित राजा बघेल को सीधी लोक सभा का प्रभारी बनाकर दोस्ती का फर्ज पूरा कर लिया। कांग्रेस से गद्दारी करने वाले राजा बघेल को  प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी के निर्देश पर सीधी लोकसभा का प्रभारी बनाया गया है तथा सुश्री उमा धुर्वे को सह प्रभारी नियुक्त किया है।राजीव सिंह) उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी के द्वारा जारी पत्र में राजा बघेल से कहा गया है की वह अपने प्रभार के क्षेत्र में शीघ्र ही पहुंचकर लोकसभा चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष से व्यक्तिगत सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित करते हुए मण्डलम, सेक्टर, बूथ स्तर पर बैठके आयोजित कर अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें ।  उक्त पत्र जारी होने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है की जीतू पटवारी के कार्यकाल में जो नेता पार्टी से जितनी बड़ी गद्दारी करेगा जीतू पटवारी उन्हे उतनी बड़ी जिम्मेदारी देंगे जैसी जिम्मेदारी उन्होंने राजा बघेल जैसे निष्कासित नेता को दिया । अब लोग यह चर्चा करने लगे है की कांग्रेस में जिन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी लेना है तो वह लोकसभा चुनाव में सम्राट सिंह सरस्वार को हराने भीतरघात करते हुए गद्दारी करने लगे तो उनकी किस्मत खुल सकती है ऐसे में सम्राट सिंह सरस्वार सतर्क हो जाए और चुनाव लड़ने के विषय में पुनर्विचार करे वर्ना कांग्रेसियों के हाथ ही उन्हे हार मिलेगी । वैसे राजा बघेल की कांग्रेस में बहाली को लेकर यह भी चर्चा है की विधानसभा की तरह ही लोकसभा में भी राजा बघेल अपनी आदत के मुताबिक निपटाओ समिति के जरिए सक्रिय होंगे। ऐसी स्थिति में सम्राट सिंह सरस्वार को सिर्फ और सिर्फ नुकसान ही होगा जिसकी भरपाई वह भविष्य में शायद ही कभी कर पाए।