सागौन की अवैध कटाई मामले में बीट गार्ड निरंजन मर्सकोले हुए निलंबित डिप्टी रेंजर संजय जायसवाल को बचाने में लगे अधिकारी
सिवनी महाकौशल। अक्सर कहा जाता है की बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है ऐसा ही उत्तर वन मंडल सिवनी में हो रहा है। उत्तर वन मंडल सिवनी छपारा वृत के पूर्व छपारा के जंगल से लगभग 11 नग सागौन जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 10 लाख बताई जा रही है उन पेड़ो को काटकट तस्करो ने गायब कर दिया। इस मामले को दैनिक महाकौशल एक्सप्रेस ने ‘पूर्व छपारा के जंगल में सागौन की हुई अंधाधुंध कटाई’, ‘अब अपने आपको बचाने डिप्टी रेंजर संजय जायसवाल अधिकारियों को कर रहे गुमराह’ , एवं ‘सागौन की अवैध कटाई रोकने में नाकाम संजय जायसवाल हो चुके है निलंबित’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित करते हुए उल्लेख किया था कि इस मामले में बीट गार्ड निरंजन मर्सकोले के ऊपर गाज गिराकर डिप्टी रेंजर को बचाने का प्रयास किया जा सकता है। सूत्र बताते है की इस मामले में बीट गार्ड निरंजन मर्सकोले को निलंबित कर दिया गया हालांकि इस संबंध में किसी अधिकारी ने अधिकृत रूप से कोई पुष्टि नहीं किया। विभाग में चल रही चर्चाओं की माने तो वरिष्ट अधिकारियों से मधुर संबंध होने का फायदा डिप्टी रेंजर को मिल गया है।
डीएफओ भी रहे मेहरबान
सूत्रों की माने तो संजय जायसवाल लंबे समय से उत्तर वन मंडल के अंतर्गत आने वाले छपारा वृत्त में पदस्थ है और उनकी डीएफओ वासु कनोजिया से मधुर संबंध है, यही कारण है कि उक्त घटना के कई दिन बीत चुके अब तक डीएफओ ने संजय जायसवाल की भूमिका तय नहीं किया। अब जबकि बीटगार्ड निरंजन मर्सकोले के निलंबन की बात सामने आ रही है ऐसे में देखना यह है कि वरिष्ठ अधिकारी संजय जायसवाल के विरूद्ध कार्यवाही करते हैं या फिर वह भी संजय जायसवाल के ऊपर मेहरबान नजर आते हैं।