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सिवनी को नगर निगम बनाना है तो जनसंख्या बढ़ाना होगा

सिवनी महाकौशल। 19 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सिवनी आगमन हुआ था। कार्यक्रम में उन्होंने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया। शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी को नगर निगम बनाए जाने की घोषणा किया। जब शिवराज सिंह चौहान ने नगर निगम बनाए जाने की घोषणा किया उससे पहले उन्होंने पूछा कि सिवनी की जनसंख्या कितनी है तो किसी ने कहा कि 02 लाख जनसंख्या है तो शिवराज सिंह चौहान ने फौरन ही सिवनी को नगर निगम बनाए जाने की घोषणा कर दिया जिसके बाद मंच में मौजूद नेताओं के साथ-साथ जनता ने भी तालियों की गडग़ड़ाहट से स्वागत किया। शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा तो कर दिया लेकिन उनकी घोषणा कब तक पूरी हो पाएगी यह कहना इसलिए मुश्किल है।
नगर निगम के लिए 05 लाख जनसंख्या होना आवश्यक होता है
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी को नगर निगम बनाए जाने की घोषणा तो कर दिया लेकिन उक्त घोषणा के पूरे होने में कई पेंच फसेंगे। जानकर बताते है की 1992 में भारतीय संविधान में 74 वा संशोधन हुआ जिसमे नगरीय निकायों को संवैधानिक दर्जा दिया गया। नगरीय निकायों को तीन श्रेणी में बांटा गया है। नगर पंचायत में 20 हजार से 1 लाख तक की जनसंख्या आवश्यक होती वही नगर पालिका परिषद में एक लाख से अधिक जनसंख्या का होना अनिवार्य होता है। इसके अलावा जिन शहरों की जनसंख्या 5 लाख या उससे अधिक हो तो वहां नगर निगम बनाया जा सकता है।
सिवनी की जनसंख्या है लगभग डेढ़ लाख
सिवनी नगर पालिका को नगर निगम बनाए जाने की घोषणा शिवराज सिंह चौहान ने तो कर दिया लेकिन हकीकत यह है कि वर्तमान में सिवनी नगर पालिका क्षेत्र के 24 वार्डों की जनसंख्या लगभग डेढ़ लाख है। महाकौशल एक्सप्रेस ने जब इस पूरे मामले को लेकर जानकारी जुटाई तो पता चला कि 2022 में हुए नगरीय निकाय में सिवनी नगर पालिका परिषद के 24 वार्डों में 88 हजार 52 मतदाता है जिसमे 44 हजार 577 महिलाएं और 43 हजार 475 पुरुष मतदाता है।
दर्जनों गांव को जोड़ेंगे भी तो नहीं हो पाएगी नगर निगम लायक जनसंख्या
सिवनी नगर पालिका परिषद से जुड़े दर्जनों गांव हैं यदि उन्हें भी सिवनी नगर पालिका क्षेत्र में जोड़ा जाएगा भी तो नगर निगम के हिसाब से जनसंख्या शायद ही पूरी हो पाए। वर्तमान में सिवनी नगर पालिका से मरझोर, खेरीटेक, बोरदई, डोरली छतरपुर, जनता नगर, कंडीपार, लूघरवाड़ा, बींझवाड़ा, नगझर,बबरिया जैसे गांव को भी जोड़ दे तो 05 लाख की आबादी नही हो सकती। ऐसे में देखना यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा सिर्फ घोषणा बनकर रहती है या फिर सिवनी नगर निगम बन पाता है।
2021 में नही हुई जनगणना
वर्ष 2011 में सिवनी जिले की जनगणना की गई थी। 2011 के जनगणना के अनुसार सिवनी जिले की जनसंख्या 13 लाख 79 हजार 131 थी जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या 12 लाख 15 हजार 241 थी जबकि शहरी क्षेत्रों की जनसंख्या 1 लाख 63 हजार 890 थी। 2011 में हुए जनगणना के अनुसार सिवनी नगर पालिका में 01 लाख 02 हजार 343 जनसंख्या थी जिसमे पुरुष 52 हजार 352 एवं 49 हजार 991 महिलाएं थी। नियम अनुसार 2021 में जनगणना होना था लेकिन कोरोना के चलते 2021 में जनगणना नहीं हो पाई। 2023 में भी जनगणना होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि इस वर्ष विधानसभा चुनाव होना है।