शिकायत वापिस लेने अध्यक्ष पति जितेंद्र राहंगडाले ने दिखाई दबंगई पीडि़त ने बरघाट थाने में दिया आवेदन, बरघाट जनपद अध्यक्ष के पति का कारनामा
मध्यप्रदेश में कहने को तो महिलाओं को आगे बढ़ाते हुए उन्हें सरपंच से लेकर मंत्री तक का पद दिया जा रहा है लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो अपनी धर्मपत्नी के नाम से राजनीति करते हुए कोई अध्यक्ष पति तो कोई अध्यक्ष पुत्र तो कोई अध्यक्ष भाई बनकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहा है।
सिवनी के बरघाट जनपद की स्थिति तो यह है कि जब से बरघाट जनपद अध्यक्ष के पद पर श्रीमती आभा राहंगडाले सुशोभित हुई है उसके बाद से उनके पति जितेंद्र राहंगडाले ने नया पद सृजित करते हुए अपने आपको जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि बताकर राजनीति करना शुरू कर दिया है। पत्नी के जनपद अध्यक्ष बनने के बाद जितेंद्र राहंगडाले ने रोजगार सहायक का पद छोडक़र राजनीति करने लगे। बताया जाता है कि धर्मपत्नी के अध्यक्ष होने का पूरा फायदा उठाते हुए जितेंद्र राहंगडाले अपने कुछ करीबियों के माध्यम से ठेकेदारी करने लगे है जिसकी शिकायत होने के बाद वह शिकायतकर्ताओं को घर में जाकर धमकी तक देने लगे है। गत दिवस बरघाट थाना अंतर्गत कोसमी निवासी विजय ठाकुर पिता स्व. तेजराम ठाकुर ने पुलिस को बताया कि जनपद अध्यक्ष पति जितेंद्र राहंगडाले के भाई योगीराज राहंगडाले ग्राम पंचायत पोनिया में सचिव के पद पर पदस्थ है जिसकी शिकायत हम लोगों ने जनपद पंचायत बरघाट से किया था।
शिकायत करते हुए हमने बताया था कि ग्राम पंचायत साल्हेखुर्द में योगीराज राहंगडाले के द्वारा सचिव होने के बावजूद ठेकेदारी करते हुए पुलिया निर्माण कार्य कराया गया था जो गुणवत्ताविहीन बनाया था जो निर्माण के एक महीने बाद ही टूट गई जिसे पुन: आनन फानन में बना दी गई लेकिन योगीराज राहंगडाले की भाभी श्रीमती आभा राहंगडाले के जनपद अध्यक्ष होने के कारण शिकायत की जांच नहीं हुई तो फिर हम लोग ने जिला कलेक्टर के नाम आवेदन देते हुए बरघाट में आमरण अनशन की जानकारी दिया। विजय ठाकुर ने आवेदन में बताया कि आवेदन दिये जाने के दूसरे दिन 14 जुलाई को अध्यक्ष पति जितेंद्र राहंगडाले ने उसके साथी देवानंद नांदने को बुलाया और धमकी दिया कि आमरण अनशन का आवेदन वापिस नहीं लिये तो दो-तीन के भीतर तुम लोगों का घूमना बंद करा दूंगा।
विजय ठाकुर ने कहा कि बीती रात्रि लगभग 10 से सवा दस बजे उसके घर के सामने लगभग 8 से 10 लोग कार से आये थे और आंगन में खड़े होकर उसे बुरी बुरी गाली दे रहे थे तब विजय ठाकुर ने घर के भीतर से देखा तो उसे बाहर जितेंद्र उर्फ रिंकू राहंगडाले, राजेश पारधी, कृष्णकुमार उर्फ गोलू शरणागत दिखे। बाद में पीडि़त ने 100 डायल को सूचना दिया।
इस पूरे घटना की लिखित शिकायत पीडि़त के द्वारा बरघाट पुलिस को दी गई। अब देखना यह है कि इस पूरे मामले में बरघाट पुलिस जनपद अध्यक्ष के पति जितेंद्र राहंगडाले की भूमिका की जांच कब तक करती है? फिलहाल बरघाट जनपद में अध्यक्ष पति जितेंद्र राहंगडाले की विवादित कार्यप्रणाली सुर्खियां बटोर रही है।