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सीमांकन के दौरान क्या कर रहे थे धनौरा के भू-माफिया

20 जून को धनौरा में स्थित विवादित जमीन के सीमांकन के दौरान केवलारी तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम कीमाची के निवासी संतोष साहू के साथ जमकर मारपीट की गई थी जिसके बाद संतोष साहू धनौरा थाना पहुंचा और उसने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि वह सीमांकन के दौरान मौके पर मौजूद था तभी उसके मामा का पुत्र भजनलाल साहू ने उससे कहा कि इस जमीन में हमारा भी हिस्सा है तुमने जमीन क्यों बेच दिया कहते हुए कहा कि इसे मारो तो वहा उपस्थित सोहन साहू व पंकज साहू ने उसे राड व लाठी से पीटकर घायल कर दिया। संतोष साहू ने यह भी बताया कि घटना के समय मौके पर सतीश राय, अखिलेश राय भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि सतीश राय और अखिलेश राय ने ही उक्त विवादित जमीन को खरीदा है और उनका परिवार विवादित जमीन खरीदने के मामले में चर्चित भी रहा है। मई 2024 को सतीश राय और उसके पिता शिवप्रसाद राय के विरूद्ध कूटरचित दस्तावेज बनाकर एक जमीन खरीदने के मामले में धनौरा थाने में ही धारा 419, 420, 466, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला पंजीबद्ध किया था तब पिता पु लंबे समय तक फरार थे और बाद में उन्हें जेल जाना पड़ा था। विवादित जमीन खरीदने के मामले में शिवप्रसाद राय और उनके पुत्र अखिलेश राय व सतीश राय हमेशा से सक्रिय रहते है।

संतोष साहू के ऊपर कूटरचित मुख्तियारनामा बनाकर जमीन बेचने का है आरोपबताया जाता है कि संतोष साहू पिता आमसिंह साहू ने धनौरा थाने में जिस भजनलाल साहू और उसके पिता के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराया उसी भजनलाल ने राजस्व विभाग से पहले ही शिकायत करते हुए बताया था कि किस तरह उसकी बुआ श्रीमति पुष्पा पति आमसिंह ने अपने पुत्र संतोष साहू के नाम से 19/09/2022 को एक मुख्तियारनामा बनाते हुए धनौरा पटवारी हलका नंबर 17/धनौरा रा.नि.मं. व तहसील धनौरा जिला सिवनी में स्थित भूमि खसरा नंबर 21/1/5 रकबा 0.40 हे. को फर्जी मुख्तियारनामा के आधार पर 08 दिसंबर 2023 को अखिलेश राय के परिजनों को बेच दिया था। बताया जाता है कि इस मामले की सुनवाई व्यवहार न्यायालय लखनादौन में चल रही है बावजूद इसके राजस्व विभाग अमले ने उक्त विवादित जमीन का सीमांकन कराने पटवारी और आर.आई. को भेजा था सूत्रों की मानें तो विवादित जमीन के सीमांकन से पहले क्षेत्र के पटवारी ने नियमों का ध्यान रखे बिना भू-माफियाओं को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया था। सूत्रों की मानें तो संतोष साहू ने जो रिपोर्ट लिखाया है उसमें भी उन्होने पुलिस को गलत जानकारी दिया है यदि पुलिस इस पूरे मामले की जांच करें तो उन्हें सबसे पहले संतोष साहू के उस मुख्तियारनामा की भी जांच करना चाहिए जिसके आधार पर संतोष साहू ने बेशकीमती जमीन धनौरा क्षेत्र के विवादित भू-माफियाओं को बेचा है।