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तथाकथित पत्रकार लखन सोलंकी के विरोध में बंद हुआ घंसौर

सिवनी महाकौशल। वैसे तो जिले भर में फर्जी पत्रकारो की बाढ़ सी आई है लेकिन कुछ ऐसे पत्रकार हैं जो ग्रामीण क्षेत्र में अपने समाचार पत्र की दबंगई दिखाते हुए लोगों को परेशान करते है। ऐसा ही कुछ घंसौर मुख्यालय में भी हो रहा है जहां लखनसिंह सोलंकी के कारनामो से नाराज होकर यादव महासभा ने घंसौर बंद का आव्हान किया था जिसे घंसौर के लोगो का समर्थन मिला और लोगो ने स्वेच्छा से अपने अपने प्रतिष्ठान बंद किये।
बाबूलाल गौर की प्रतिमा स्थापित करने में डाल रहा था अडंगा
बताया जाता है कि घंसौर मे लखनसिंह सोलंकी पिता गुलाबसिंह सोलंकी अपने आपको एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र का संवाददाता बताते हुए यादव समाज के लोगो को परेशान कर रहा था जिसके बाद कोकलाल यादव, भरत यादव, बद्री यादव, रामस्वरूप व राजेश यादव सहित कुछ लोगों ने घंसौर थाने में आवेदन देते हुए अवगत कराया था कि आरआई कार्यालय घंसौर के बाजू में स्थित भूमि में ग्राम पंचायत के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर की मूर्ति स्थापना का कार्य चल रहा है। आवेदको ने बताया था कि जब वह लॉज के नीचे यादव महासभा के जिलाध्यक्ष कोकलाल यादव के साथ बैठे थे तभी लखनसिंह सोलंकी वहां पहुंचा और कहने लगा कि जिस जगह आप निर्माण कार्य करा रहे है वह गौठान की भूमि है और पेशा एक्ट के तहत ग्राम पंचायत से स्वीकृति के बिना निर्माण नहीं किया जा सकता, यह जानकारी मुझे है और मै अभी तक छापा नहीं।
बताया जाता है कि लखनसिंह सोलंकी ने यादव समाज से पैसो की मांग भी किया और जब पैसे नहीं मिले तो उन्होंने बाबूलल गौर की प्रतिमा स्थापित ना हो इसके लिए प्रयास तेज कर दिये। बताया जाता है कि यादव समाज के लोगो द्वारा दिये गये आवेदन के बाद पुलिस ने जांच की मांग प्रारंभ किया जिसके बाद तथाकथित पत्रकार लखनसिह के विरूद्ध धारा 384,420 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। हालांकि मामला पंजीबद्ध होने के बावजूद उसके विरूद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे नाराज होकर घंसोर बंद का आव्हान किया गया था जिसे घंसौर के लोगों का समर्थन मिला।