छपारा नगर परिषद के भ्रष्टाचार के मामले में चुप्पी क्यों नहीं तोड़ रही निशा सुरेश पटेल
नगर परिषद छपारा की प्रथम अध्यक्ष श्रीमती निशा सुरेश पटेल का कहना है कि वह केवलारी विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक राकेश पाल सिंह के सहयोग से नगर परिषद क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हर वार्ड में प्रमुखता से करेंगी। सबका साथ-साथ विकास, सबका विश्वास के लक्ष्य पर हम संपूर्ण नगर परिषद क्षेत्र के लिए बगैर पक्षपात किये कार्य कर रहे हैं। वहीं श्रीमती निशा सुरेश पटेल को यह अवश्य बताना चाहिए कि नगर परिषद गठन के बाद जिस तरह के भ्रष्टाचार के आरोप उनके ऊपर लग रहे हैं उन भ्रष्टाचार से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कोई लेना देना है या नहीं। क्योंकि लगातार श्रीमती निशा सुरेश पटेल एवं सीएमओ श्यामगोपाल भारती व उपाध्यक्ष ठा. शिवकांत सिंह के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे जिसके बाद उपाध्यक्ष ठा. शिवकांत ने 10 जून को मीडिया से रूबरू होते हुए ठा. शिवकांत सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि मेरा नगर परिषद के भ्रष्टाचार से कोई लेना देना नहीं है और मैं स्वयं ही उक्त भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग करता हूं। उम्मीद की जा रही थी कि उपाध्यक्ष के बाद अध्यक्ष श्रीमती निशा सुरेश पटेल भी मीडिया के सामने अपनी सफाई देगी लेकिन वह मीडिया का सामना ही नहीं कर पा रही।
इन दिनों श्रीमती निशा सुरेश पटेल छपारा नगर के विभिन्न वार्डो का भ्रमण करते हुए यह बताने का प्रयास कर रही है कि वह नगर विकास के लिए गंभीर है, ऐसे में छपारा नगर के लोगों को श्रीमती निशा सुरेश पटेल को यह अवश्य पूछना चाहिए कि अध्यक्ष बनने के बाद नगर परिषद में जिस तरह भ्रष्टाचार की गूंज सुनाई दे रही है उस मामले में वह मौन क्यो धारण किये हुए है। महाकौश एक्सप्रेस के पास मौजूद प्रमाणो की माने तो नगर परिषद छपारा ने नागरिको की मूलभूत सुविधाओं के लिए साफ-सफाई, जलप्रदाय, लोककर्म कार्य एवं सामग्री, विद्युत सामग्री, वाहन सामग्री की जो खरीदी किया है वह लगभग 21 लाख 61 हजार 925 रू. है। इसके अलावा जलप्रदाय मरम्मत एवं संधारण जिसमें एलम, ब्लीचिंग, चूना एवं जलप्रदाय सामग्री शामिल है इसका भी अध्यक्ष बनने के बाद लगभग 11 लाख 75 हजार 914 रू. खर्च किये गये हैं, ऐसे में श्रीमती निशा सुरेश पटेल को छपारा नगर के लोगों को यह अवश्य बताना चाहिए कि सिर्फ 9 महीने के भीतर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने जलप्रदाय, एलम ब्लीचिंग के नाम पर भारी भरकम भुगतान कर दिया। सूत्र बताते है कि छपारा नगर परिषद में जब से श्रीमती निशा सुरेश पटेल अध्यक्ष बनी है तब से ही सीएमओ श्यामगोपाल भारती के साथ मिलकर बड़े-बड़े भुगतान किये गये हैं जिसकी जांच अब तक नहीं हो पाई जबकि यदि उच्चाधिकारी छपारा नगर परिषद गठन के बाद किये गये भुगतानो की जांच करें तो अध्यक्ष सहित सीएमओ की मुश्किलें बढ़ सकती है लेकिन अपने आपको विधायक का करीबी बताने वाली सुरेश निशा पटेल भ्रष्टाचार के मामले में पूरी तरह मौन ही धारण की हुई हैं।
इन दिनों श्रीमती निशा सुरेश पटेल छपारा नगर के विभिन्न वार्डो का भ्रमण करते हुए यह बताने का प्रयास कर रही है कि वह नगर विकास के लिए गंभीर है, ऐसे में छपारा नगर के लोगों को श्रीमती निशा सुरेश पटेल को यह अवश्य पूछना चाहिए कि अध्यक्ष बनने के बाद नगर परिषद में जिस तरह भ्रष्टाचार की गूंज सुनाई दे रही है उस मामले में वह मौन क्यो धारण किये हुए है। महाकौश एक्सप्रेस के पास मौजूद प्रमाणो की माने तो नगर परिषद छपारा ने नागरिको की मूलभूत सुविधाओं के लिए साफ-सफाई, जलप्रदाय, लोककर्म कार्य एवं सामग्री, विद्युत सामग्री, वाहन सामग्री की जो खरीदी किया है वह लगभग 21 लाख 61 हजार 925 रू. है। इसके अलावा जलप्रदाय मरम्मत एवं संधारण जिसमें एलम, ब्लीचिंग, चूना एवं जलप्रदाय सामग्री शामिल है इसका भी अध्यक्ष बनने के बाद लगभग 11 लाख 75 हजार 914 रू. खर्च किये गये हैं, ऐसे में श्रीमती निशा सुरेश पटेल को छपारा नगर के लोगों को यह अवश्य बताना चाहिए कि सिर्फ 9 महीने के भीतर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने जलप्रदाय, एलम ब्लीचिंग के नाम पर भारी भरकम भुगतान कर दिया। सूत्र बताते है कि छपारा नगर परिषद में जब से श्रीमती निशा सुरेश पटेल अध्यक्ष बनी है तब से ही सीएमओ श्यामगोपाल भारती के साथ मिलकर बड़े-बड़े भुगतान किये गये हैं जिसकी जांच अब तक नहीं हो पाई जबकि यदि उच्चाधिकारी छपारा नगर परिषद गठन के बाद किये गये भुगतानो की जांच करें तो अध्यक्ष सहित सीएमओ की मुश्किलें बढ़ सकती है लेकिन अपने आपको विधायक का करीबी बताने वाली सुरेश निशा पटेल भ्रष्टाचार के मामले में पूरी तरह मौन ही धारण की हुई हैं।