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किन सूदखोरो से परेशान होकर दीपक अग्रवाल ने आत्महत्या करने का किया प्रयास

क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले लोगों के नाम आ रहे सामने
सिवनी महाकौशल 03 जुलाई 2023
एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भरे मंच से यह एलान करते हैं कि मध्यप्रदेश में किसी भी तरह के माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा चाहे वह भूमाफिया हो, खनिज माफिया हो या सूदखोर लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दहाड़ का असर सिवनी जिले में देखने को नहीं मिलता जहां हर तरह के माफिया पैर पसार चुके हैं। इन दिनों कुछ सूदखोरों से परेशान होकर एक युवक ने आत्महत्या करने के लिए नींद की इतनी गोली खा लिया कि उसकी स्थिति सिवनी में नहीं संभल पाई तो उसे नागपुर रेफर किया गया। बताया जाता है कि नेहरू रोड में रहने वाले दवा व्यापारी दीपक अग्रवाल ने आत्महत्या करने के लिए नींद की गोली खा लिया था जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे नागपुर रेफर कर दिया गया। बताया जाता है कि दीपक अग्रवाल के दो मासूम बच्चे हैं लेकिन उसने बच्चों के भविष्य की चिंता किए बिना सूदखोरों की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया जो यह बताता है कि 42 वर्षीय युवक सूदखोरो के आतंक से कितना परेशान रहा होगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपक अग्रवाल पिछले कुछ दिनों से कर्जदारो से बेहद परेशान था। बताया जाता है कि सिवनी के कुछ सट्टा किंग दीपक अग्रवाल से पैसे वसूल करने के लिए उसके ऊपर दबाव बनाते थे। बताया जाता है कि सट्टा किंग लोगों को पैसा देने के लिए दीपक अग्रवाल हर तरह से संपत्ति बेचकर या कहीं से पैसे जुगाड़ कर पैसे देने का प्रयास करता था बावजूद इसके वह दैनिक ब्याज की राशि में इस तरह फस गया था कि उसे आत्महत्या के अलावा कोई दूसरा रास्ता दिखाई नहीं दिया। सूत्र बताते हैं कि दीपक अग्रवाल को पहले क्रिकेट सट्टा की लत लगाई गई और जब उसके ऊपर कर्ज हो गया तो क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले लोग उससे दैनिक ब्याज के रूप में पैसे वसूल करते रहे जिनकी मांग पूरा करने के लिए दीपक अग्रवाल ने अपने कुछ संपत्ति बेच दिया यहां तक कि घर के सामान भी बेचने लगा लेकिन उसका कर्ज जस की तस बना हुआ रहा जिससे परेशान होकर दीपक अग्रवाल ने नींद की गोली खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसका इलाज नागपुर में चल रहा है।
छिंदवाड़ा चौक में रहने वाले एक स्वजातीय युवक का नाम भी आ रहा सामने
सूत्रों की मानें तो इस पूरे मामले में दीपक अग्रवाल के स्वजातीय युवक के नाम की चर्चा है जो छिंदवाड़ा चौक तरफ निवास करता है। सूत्र बताते हैं कि यदि सिवनी पुलिस दीपक अग्रवाल एवं उक्त युवक क फोन नंबरो की जांच करें तो पता चल जायेगा कि छिंदवाड़ा चौक तरफ रहने वाला ऐसा कौन युवक था जो दीपक अग्रवाल से पैसे वसूल करने का काम करता था। चर्चा तो यह भी है कि छिंदवाड़ा चौक में रहने वाले उक्त युवक कुछ सट्टा किंग लोगों के संपर्क में था और बकायदा एक सिंडीकेट बनाकर काम किया करते थे जिनसे परेशान होकर दीपक अग्रवाल ने आत्महत्या का प्रयास करने जैसा घातक कदम उठाया। बताया जाता है कि इस प8ूरे मामले को लेकर दीपक अग्रवाल की पत्नी के भी बयान लिये गये है। हालांकि दीपक अग्रवाल के बयान अब तक नहीं हो पाये। देखना यह है कि दीपक अग्रवाल के मामले में पुलिस कब तक सूदखोरो के गिरेबान तक पहुंच पाती है।
सिवनी में क्रिकेट सट्टा बंद है तो फिर दीपक अग्रवाल के ऊपर किन लोगों का चढ़ गया कर्ज
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात सामने आई कि सिवनी में क्रिकेट सट्टा बंद है जिसके लिए बकायदा कुछ लोगों ने कोतवाली टीआई के प्रति आभार भी जताया। प्रश्र यह उठता है कि जब सिवनी में क्रिकेट सट्टा बंद है तो फिर दीपक अग्रवाल से जो क्रिकेट सटोरिये पैसे वसूल कर रहे हैं वह कौन है? और कहां सट्टा खिलाते थे? पुलिस को अपना सूचना तंत्र मजबूत करते हुए यह प्रयास अवश्य करना चाहिए कि आखिर दीपक अग्रवाल से कौन लोग दैनिक ब्याज वसूल करते थे और अब तक उन्होंने कितना ब्याज वसूल कर लिया। पुलिस को यह भी जांच करना चाहिए कि जो लोग दैनिक ब्याज का धंधा कर रहे हैं उनकी टीम में कौन कौन लोग शामिल है और उन्हें किनका संरक्षण मिला हुआ है?