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मौका देख पलटी मारने वाले विधायक प्रदीप जायसवाल अब मेडिकल कॉलेज का श्रेय ले रहे!

वारा सिवनी विधायक प्रदीप जायसवाल एक ऐसे विधायक है जिन्हे धोखेबाज विधायक के रूप में जाना जाता है जिन्होंने खुद के फायदे के लिए ऐसी पार्टी को छोड़ दिया था जिसने वारासिवनी क्षेत्र में जायसवाल परिवार को पहचान दिया और हमेशा से टिकट देते रहे लेकिन जब पार्टी ने प्रदीप जायसवाल की टिकट काटा तो जायसवाल ने अपनी ही पार्टी को धोखा देते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ लिया जिनके ऊपर क्षेत्र की जनता ने एक बार और विश्वास जताया तो वह विधायक बन गए लेकिन बाद में उन्होंने जिस पार्टी के साथ गद्दारी किया था उसी पार्टी को समर्थन देते हुए प्रदेश के खनिज मंत्री बन गए।
खनिज मंत्री रहते भी प्रदीप जयसवाल क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं कर पाए । जब प्रदेश में 15 महीने बाद ही भाजपा की पुन: सरकार बनी तब उन्होंने आदत के मुताबिक पलटी मारी और भाजपा को समर्थन देते हुए खनिज निगम के अध्यक्ष बन गए हालंकि मंत्री और निगम के अध्यक्ष रहते उन्होंने ना तो वारासिवनी क्षेत्र का विकास किया और ना ही बालाघाट क्षेत्र का विकास। बालाघाट में मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली तो प्रदीप जायसवाल इसका श्रेय लेने से भी पीछे नहीं हटे हालांकि जो लोग प्रदीप जयसवाल की राजनीति को जानते हैं उनकी मानें तो अक्सर प्रदीप जायसवाल ऐसी उपलब्धियों में श्रेय लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते। हालांकि गत दिवस बालाघाट के विधायक एवं पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने वार्ता के दौरान कहा कि शिवराज सिंह ने अपना वादा पूरा किया उन्होंने यह भी कहा की मेडिकल का श्रेय लेने वाले प्रदीप जायसवाल जब कमलनाथ सरकार में मंत्री थे तब उन्होंने 15 महीने की सरकार में मेडिकल कॉलेज क्यों नही बनवा दिया। श्री बिसेन ने यह भी कहा की प्रदीप जायसवाल  मेडिकल कॉलेज का श्रेय ले रहे है तो उन्हें बताना चाहिए कि मेडिकल कॉलेज वारासिवनी क्षेत्र में क्यों नहीं खुलवा दिया? गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि यह सभी जानते हैं कि मेडिकल कॉलेज किसके प्रयासों से स्वीकृत हुआ है हम जनता के दिलों में बसते हैं।